Faridabad NCR
यूपीएससी परीक्षाएं निष्पक्ष और नकल रहित हो सुनिश्चित : जितेन्द्र यादव
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 31मई। जिलाधीश/उपायुक्त व यूपीएससी परीक्षा के जिला कंट्रोलर जितेंद्र यादव ने कहा कि 5 जून रविवार को आयोजित यूपीएससी द्वारा सिविल सर्विस प्रीलिमिनरी परीक्षाओं के लिए किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। परीक्षाओं में कोताही बरतने वाले लोगों के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। परीक्षा केंद्रों में केवल ड्यूटी देने वाले अधिकारी अन्दर जा सकते हैं। इसके अलावा कोई भी अधिकारी परीक्षा केंद्रों के अन्दर जाने पर यूपीएससी द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार पूर्णतया पाबंदी है।
डीसी जितेन्द्र यादव आज मंगलवार को सेक्टर-12 के कन्वेंशन हाल में फरीदाबाद में होने वाली यूपीएससी की परीक्षाओं के सफल संचालन के लिए परीक्षा केंद्रों और अन्य ड्यूटी करने वाले अधिकारियों को टिप्स दे रहे थे। उन्होंने कहा कि यूपीएससी द्वारा सिविल सर्विस प्रीलिमिनरी लिखित परीक्षाओं के लिए 5 जून को 60 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। उपायुक्त जितेंद्र यादव आज ने इस संबंध में ड्यूटी मजिस्ट्रेट, ट्रांसिट अफसर और निरीक्षण अधिकारियों को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि परीक्षाओं के आयोजन संबंधी सभी प्रबंधो के लिए सभी अधिकारी अपने कार्य दायित्व से जुड़े दायित्वों के बारे में यूपीएससी की हिदायतों के अनुसार पूरी तरह जानकारी हासिल कर लें। उन्होंने सभी अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे भी अपने दायित्व बारे जानकारी हासिल कर व व्यवस्थित रूप से परीक्षाओं की योजना बनाकर उसके सही क्रियान्वयन करने बारे निर्देश दिए। उन्होंने ट्रांजिट आफिसर को सेंसिटिव मटेरियल लाने व ले जाने की यूपीएससी हिदायतों की पूर्ण जानकारी लेने को भी कहा।
उपायुक्त जितेंद्र यादव ने कहा कि परीक्षाओं से संबंधित अधिकारियों से अपने वाहन चालक को निर्देश देने बारे कहा कि वे अपने वाहन चालकों को निर्देश दें कि 5 जून को उनके वाहन पूरी तरह वर्किंग कंडीशन में हो ताकि किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि वाहन चालक पुलिस विभाग द्वारा निर्धारित रूट पर ही गाड़ी चलाएं। उन्होंने ट्रांजिट आफिसर को सेंसेटिव मटेरियल लाने व ले जाने के लिए 5 जून को लाने वाले जाने के लिए प्रातः 7:00 बजे जिला खजाना कार्यालय फरीदाबाद में पहुंचने तथा अपने साथ विभाग के एक कर्मचारी की मदद के साथ अपने दायित्व को पूरा करने बारे भी आवश्यक दिशा- निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि यूपीएससी द्वारा जारी हिदायतों की पालना करना सभी अधिकारियों का नैतिक दायित्व है, और इस संबंध में किसी प्रकार की कोई कोताही न बरतें क्योंकि ऐसा करने वाले व दोषी पाए जाने वाला व्यक्ति इसके लिए खुद जिम्मेवार होगा। सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार उसके खिलाफ तुरंत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। परीक्षा केंद्र पर मूलभूत सुविधाएं, बिजली, पंखे, जैमर, पेयजल, शौचालय और साफ सफाई सहित अन्य उचित व्यवस्था के प्रबंध बारे भी अधिकारी ध्यान रखें और सुरक्षा के दृष्टिगत ऐसी कोई भी परीक्षा सहयोगी सामग्री जो आपत्तिजनक है। उसको केंद्र में अंदर जाने ना दें। परीक्षा शुरू होने से एक घंटा पहले परीक्षा केंद्र का गेट खुलवाएं और दस मिनट पहले परीक्षा केंद्र का गेट बंद कर दिया जाए। जिसके बाद किसी भी विद्यार्थी को अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी। यूपीएससी द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार परीक्षार्थी अपना ई-एडमिट कार्ड की वेरिफिकेशन के लिए पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पहचान पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड या भारत सरकार द्वारा मान्य कोई भी दस्तावेज जिस पर उनकी फोटो हो साथ ला सकते है। यदि स्कूलों के अन्दर वाल पेंटिंग या ब्लैक बार्ड आदि पर ऐसी सामग्री लिखी गई या पेंटिंग की गई है तो उस पर कागज चस्पा करना सुनिश्चित करें।
यूपीएससी द्वारा जिला फरीदाबाद में ली जाने वाली लिखित परीक्षा के लिए 5 जून 2022 को 60 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इस दौरान यूपीएससी की हिदायतों के अनुसार परीक्षा की गरिमा, पवित्रता तथा कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए परीक्षा केंद्र पर मजिस्ट्रेट और ट्रासिट ऑफिसर और लोकल इंस्पैकटिंग आफिसर्स नियुक्त किए गए हैं। ड्यूटी मजिस्ट्रेट परीक्षा केंद्रों का परीक्षा के दौरान निरीक्षण करेंगे। जबकि ट्रांजिट आफिसर परीक्षा के दौरान संबंधित परीक्षा केंद्र में सेंसिटिव मटेरियल को जिला खजाना अधिकारी से परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाएंगे तथा परीक्षा समाप्ति के उपरांत जिला खजाना कार्यालय, फरीदाबाद में संबंधित नोडल अधिकारी को पहुंचाएंगे।
यूपीएससी की हिदायतों के अनुसार डॉ दीपेन्द्र चौहान ने परीक्षाओं के सफल आयोजन के लिए यूपीएससी की हिदायतों बारे विस्तार पूर्वक जानकारी अधिकारियों को दी।
रिहर्सल में एसडीएम कम नोडल अधिकारी पंकज सेतिया, सीटीएम नसीब कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।