Faridabad NCR
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना जीवन देश की एकता व अखण्डता के लिए बलिदान कर दिया : गोपाल शर्मा
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 06 जुलाई I डॉक्टर श्यामाप्रसाद मुखर्जी एक विद्वान, बुद्धिजीवी और महान देशभक्त थे। ‘’देशभक्त और राष्ट्रवादी डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना जीवन समर्पित किया। हमारे प्रेरणा स्त्रोत व एक प्रखर राष्ट्रवादी विचारक श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर हम उन्हें कोटि-कोटि नमन करते है। ज़िला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने अटल कमल ज़िला कार्यालय पर उनकी जन्म जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में यह कहाI भाजपा ज़िला कार्यालय पर ज़िला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने ज़िला पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ जनसंघ के संस्थापक श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती मनाई और उनको श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, हरियाणा सरकार में मंत्री मूलचंद शर्मा, विधायक सीमा त्रिखा, राजेश नागर, नरेन्द्र गुप्ता, स्थानीय निकाय प्रदेश सह संयोजक देवेन्द्र चौधरी, किसान मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष सोहन पाल सिंह, पूर्व महापौर सुमन बाला और भाजपा प्रदेश जिला, मंडल पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने बूथों पर आयोजित कार्यकर्मों में डॉक्टर श्यामाप्रसाद मुखर्जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
डॉक्टर श्यामाप्रसाद मुखर्जी की जयंती के उपलक्ष्य पर आज भाजपा फ़रीदाबाद द्वारा हर वार्ड और गाँव में पौधारोपण अभियान चलाया गया।
कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए गोपाल शर्मा ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुख़र्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता के एक अत्यन्त प्रतिष्ठित ब्राह्मण परिवार में हुआ। डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भी बंगाली विषय में एम.ए. प्रथम स्थान के साथ उत्तीर्ण किया और सन 1924 में क़ानून की भी पढ़ाई पूरी की। श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे थे। जम्मू-कश्मीर में लगाए गए अनुच्छेद 370 के खिलाफ मुखर रूप से आवाज़ उठाने वाले लोगों में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का नाम सबसे पहले आता है। वे स्वतंत्र भारत की पहली कैबिनेट में मंत्री रहे थे जिन्होंने जम्मू-कश्मीर के मसले पर अपना इस्तीफा दे दिया था।
जम्मू-कश्मीर राज्य का अलग संविधान बनाने के विरुद्ध श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपनी आवाज उठाई थी, वो इस राज्य के लिए अलग संविधान बनाने के पक्ष में नहीं थे।
1953 में श्यामा प्रसाद मुखर्जी बिना परमिट के जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर निकले, जहां उन्हें गिरफ्तार किया गया था. 23 जून, 1953 में जेल में ही उनकी मौत हो गई थी।
ज़िला महामंत्री मूलचंद मित्तल ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान से ही आज कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा हैं और हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने धारा 370 व 35A हटाकर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी हैं।
पौधारोपण अभियान के लिए उन्होंने सभी से आह्वान किया कि सभी लोग अधिक से अधिक पौधारोपण करेंI इन पौधों के रखरखाव की ज़िम्मेदारी भी निभाएँ ताकि प्रकृति के असंतुलन को कम किया जा सके। अत्यधिक पौधारोपण करने से पर्यावरण स्वच्छ और शुद्ध होता है जिससे ऑक्सिजन की उत्पत्ति होती है और बीमारियों का नाश होता है I मानव के जीवन को सुखी, समृद्ध व संतुलित बनाए रखने के लिए वृक्षारोपण का अपना विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यावरण को स्वच्छ और शुद्ध करने के लिए अत्यधिक मात्रा में वृक्षारोपण किया जा रहा है I प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की आक्शी 1 योजना के तहत प्रदेश भर में छोटे छोटे जंगल विकसित किए जा रहे हैं I आज के कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष श्री गोपाल शर्मा, जिला महामंत्री श्री मूलचंद मित्तल जी और श्री आर एन सिंह ,जिला उपाध्यक्ष पंकज रामपाल और एल. सी भारद्वाज जी, मानसिंह,जिला सचिव मुकेश अग्रवाल,युवा मोर्चा अध्यक्ष पंकज सिंगला,कृष्ण आर्य,कार्तिक वशिष्ठ,
अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष लाजर रंजीत सेन और भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे I