Faridabad NCR
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की हुई कार्यशाला
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj :14 जुलाई। अतिरिक्त निदेशक सांख्यिकी कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, हरियाणा पंचकूला डॉ राजेन्द्र सोलंकी ने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, फरीदाबाद के अधिकारियों/कर्मचारियों की कार्यशाला को सम्बोधित किया। जिसमे उन्होंने विभाग की सरकार द्वारा चलाई गई स्कीमों की समीक्षा भी की। कृषि विभाग द्वारा मेरा पानी मेरी विरासत, मेरी फसल मेरा ब्यौरा तथा अन्य स्कीमों का अवलोकन करते हुए उन्होंने अधिकारियों से जानकारी ली कि अब तक इस स्कीम के तहत क्या प्रगति हुई। अतिरिक्त निदेशक सांख्यिकी ने सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में जल शक्ति अभियान के तहत अधिक पानी की खपत वाली फसल धान की जगह वैकल्पिक फसलों की बिजाई के लिए किसानों को जागरूक करने को कहीं।
डॉ राजेन्द्र सोलंकी अतिरिक्त निदेशक सांख्यिकी कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, हरियाणा पंचकूला ने बताया कि इस योजना के तहत जिन किसानों ने पिछले वर्ष अपने धान के क्षेत्र को वैकल्पिक फसलों द्वारा विविधीकरण किया था। चालू खरीफ सीजन में भी यदि वो उस क्षेत्र में वैकल्पिक फसलों की बिजाई करते हैं तो उन्हें भी प्रोत्साहन राशि 7000 / रु० प्रति एकड़ दी जाएगी। इस योजना के अंतर्गत जो किसान पिछले वर्ष धान विजित क्षेत्र में चारे की फसल लेते हैं व अपने खेत को खाली रखते है तो उन्हें भी प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। इस योजना के तहत भी वैकल्पिक फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकार द्वारा खरीदा जाएगा। इस फसल विविधीकरण योजना के अंतर्गत सभी वैकल्पिक फसलों का बीमा भी विभाग द्वारा करवाया जाएगा जिसके प्रीमियम की अदायगी प्रोत्साहन राशि की जाएगी। अतिरिक्त निदेशक सांख्यिकी ने अधिकारियों को कहा कि मेरा पानी मेरी विरासत पोर्टल खुला है। उस पर ज्यादा से ज्यादा किसानों का पंजीकरण करवाएं।
अतिरिक्त निर्देशक सांख्यिकी ने मेरा पानी मेरी विरासत पोर्टल पर पंजीकरण के दौरान आने वाली समस्याओं की जानकारी ली और जल्द ही तकनीकी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया।
फरीदाबाद जिला मे नील गाय व सांड की समस्या बताई जिसकी वजह से दलहन फसलों की बिजाई नहीं कर पाते। नील गाय व सांड फसलों को नुकसान कर देते हैं। अतिरिक्त निदेशक सांख्यिकी ने इस योजना को क्रियान्वित करने की जानकारी देते हुए बताया कि फसल विविधीकरण को बढावा देने तथा तकनीकी जानकारी के लिए किसानों को गांव स्तर पर कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा वैकल्पिक फसले बिजाई करने की जानकारी दी जा रही है। कृषि तथा किसान कल्याण विभाग द्वारा किसानों को वैकल्पिक फसलों की आधुनिक तकनीक से बिजाई करने व अच्छी पैदावार लेने के लिए प्रदर्शन प्लॉट भी आयोजित किए जाएंगे। इस योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक किसानों को मेरा पानी मेरी विरासत” पोर्टल पर दिनांक 31 जुलाई 2022 तक पंजीकरण करवाना होगा।
उप निदेशक, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, फरीदाबाद विरेन्द्र देव आर्य ने बताया कि विभाग द्वारा जिला में निर्धारित 1288 एकड़ के लक्ष्य के एवज में 240 किसानों ने 983 एकड़ का पंजीकरण करवाया है। वहीं मेरा पानी मेरी विरासत स्कीम में धान के स्थान पर चारा फसले, मूंग, अरहर, मक्का या खाली भूमि छोड़ने पर भी किसानों को स्कीम का लाभ दिया जायेगा।