Haryana
हरियाणा टूरिज्म व सर्व कर्मचारी संघ की राज्य कमेटी की मीटिंग पानीपत में हुई संपन्न
Panipat Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 28 जुलाई। हरियाणा टूरिज्म कर्मचारी संघ संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा की राज्य कमेटी की मीटिंग आज 28 जुलाई वीरवार को पानीपत में संपन्न हुई। मीटिंग में राज्य कमेटी के 27 पदाधिकारियो मे 24 उपस्थित रहे। मीटिंग की अध्यक्षता राज्य प्रधान सुरेश कुमार नोहरा ने की तथा मंच का संचालन महासचिव सुभाष देशवाल ने किया। मीटिंग में पर्यटन प्रशासन द्वारा की जा रही वादा खिलाफी के खिलाफ गहरी नाराजगी प्रकट करते हुए सर्वसम्मति से आंदोलन करने का फैसला लिया गया। यूनियन के चेयरमैन मित्रपाल राणा व राज्य प्रधान सुरेश कुमार नोहरा ने बताया की टूरिज्म कर्मचारियों की सातवें वेतन आयोग के अनुसार मकान किराया भत्ता, वेतन का केंद्रीयकरण, सेवा नियम, सभी कैटेगरियो की पदोन्नति, कैशलेस मेडिकल सुविधा, निगम में कर्मचारियों की पक्की भर्ती व पर्यटन परिसरों का निजीकरण करने की बजाए विस्तार किए जाने जैसी मांगों व समस्याओं को पर्यटन प्रशासन ने बातचीत मैं जायज मानते हुए समाधान करने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक समाधान नहीं किया है। हरियाणा टूरिज्म कर्मचारी संघ इस वादाखिलाफी के विरोध में और अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन करने पर मजबूर है, जिसकी सीधी जिम्मेदारी टूरिज्म प्रशासन की रहेगी।
संघ के महासचिव सुभाष देशवाल व वरिष्ठ उपप्रधान युद्धवीर खत्री ने बताया की टूरिज्म के कर्मचारी जब – जब अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करते हैं तब – तब टूरिज्म प्रशासन बातचीत करता है और मांगों को जायज मानते हुए समाधान करने का आश्वासन दे देता है, लेकिन उनको लागू नहीं करता। टूरिज्म के कर्मचारियों ने कोरोना काल में कोरोना योद्धा बन कर डॉक्टरों व स्वास्थ्य वर्करों की बेहतरीन सेवा की थी। इसके अलावा चाहे इंटरनेशनल मेला हो चाहे राष्ट्रीय स्तर के सरकारी कार्यक्रम हो उन को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। पिछले 25 साल से पर्यटन निगम में किसी भी कर्मचारी की कोई भर्ती नहीं हुई। इसमें पक्की भर्ती होनी चाहिए। जो कर्मचारी काम कर रहे हैं उनके ऊपर भी काम का काफी बोझ है। इसके बावजूद उनकी योग्यता पूरी होने पर भी पदोन्नति नहीं हो रही है। वेतन मिलने में लगातार भेदभाव हो रहा है। मुख्यालय के कर्मचारियों को व कुछ पर्यटन केंद्रों में वेतन समय पर मिल जाता है। बाकी जहां फंड की कमी रहती है वहां 2 से 3 महीने तक कर्मचारियों को वेतन के लिए इंतजार करना पड़ता है। यूनियन की माँग है निगम सभी कर्मचारियों का वेतन एक साथ जारी हो। पर्यटन निगम में आज तक सेवा नियम नहीं बने हैं। जिसका बहाना लेकर फील्ड के कर्मचारियों की योग्य होने पर भी प्रमोशन नहीं करते जबकि मुख्यालय में मनमर्जी से अपने अनुसार नियम बनाकर अधिकारियों की पदोन्नति कर लेते हैं। इसलिए पर्यटन प्रशासन के इस रवैये के खिलाफ व अपनी मांगों के समर्थन में हरियाणा टूरिज्म कर्मचारी संघ सर्व कर्मचारी संघ की मदद से आंदोलन करेगा। जिसके तहत 7 अगस्त से 12 अगस्त तक सभी पर्यटन केंद्रों में कर्मचारी जोरदार गेट मीटिंग करके अपना विरोध दर्ज कराएंगे। उसके बाद 22 अगस्त को राई सोनीपत में, 30 अगस्त को शमां गुड़गांव में, 9 सितंबर को फरीदाबाद होटल राजहंस में, 19 सितंबर को रोहतक तिलियार में, 27सितंबर को ओएसिस करनाल में, 7 अक्टूबर को रेड बिशप पंचकूला में व 30 अक्टूबर को मंत्री निवास यमुनानगर मैं धरना प्रदर्शन करके पर्यटन प्रशासन की पोल खोलेंगे।