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Faridabad NCR

वर्ष 2017 में शहीद मनोज भाटी राजपूत राइफल सेकंड में भर्ती हुए थे

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 13 अगस्त। शहीद मनोज भाटी का जन्म 16 फरवरी 1996 को फरीदाबाद जिला के शाहजहांपुर गांव में हुआ था। वर्ष 2017 में शहीद मनोज भाटी राजपूत राइफल सेकंड में भर्ती हुए थे। फिलहाल वे अपनी सेवाएं जम्मू कश्मीर के राजौरी प्रखल कैंप में दे रहे थे। मनोज के बाबा जगदीश चंद्र ने बताया कि मनोज भाटी की उम्र 26 साल की है और उसकी 14 नवंबर 2021 को ही शादी हुई थी। उनकी शादी बल्लभगढ़ के पास सीकरी गांव में हुई थी। उनकी धर्मपत्नी का नाम कोमल है। कोमल के पेट में 8 माह का बच्चा भी पल रहा है।
मनोज के दो भाई हैं। बड़े भाई सुनील भी आर्मड सेना में है और योगेश काफी लिखा पढा है। अब भी पढ़ाई कर रहा है। उनकी एक बहन आशा है जिनकी शादी कर रखी है। मनोज के पिता बाबूलाल और माता सुनीता देवी है। मनोज के पूरे परिवार सहित अन्य नियर डियर सभी का रो-रोकर उनके अंतिम संस्कार में बुरा हाल था।
शहीद मनोज के पड़ोसी देवदत्त शर्मा और बाबा जगदीश चंद्र ने बताया कि हमें शहीद मनोज भाटी की शहादत पर तो गर्व है। परंतु दुख भी है। हमें गर्व इस बात का है कि हमारा बच्चा भारत मां के नाम काम आया। मनोज ने अपनी जान की बाजी लगाकर कैंप में 50 जवानों को आतंकवादियों से बचाने का काम किया।
मनोज ने अपने माता-पिता, परिवार और गांव का नाम प्रदेश और देश में रोशन किया है। उन्होंने बताया कि मनोज की प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई। उसके बाद गांव छज्जूपुर सर छोटू छोटेलाल स्कूल में 12वीं पास करके शहीद स्मारक राजकीय कालेज तिगांव के ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा था। बीए फाइनल में ही उसकी नौकरी आर्मी में लग गई और वह एनसीसी का भी बेहतर विद्यार्थी रहा।
उन्होंने बताया कि जब से गांव में सूचना मिली है।पिछले 3 दिन से गांव में किसी के घर चुल्हा नही जला है। मनोज शुरू से ही होनहार और बहुत अच्छा बच्चा था। बहुत ही शांत स्वभाव का रहता था। गांव में किसी के साथ उसने कभी कोई झगड़ा ही नहीं किया। उसके जीवन में शुरू से ही फौज में भर्ती होने का जज्बा था।

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