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Faridabad NCR

डी.पी.एस.जी फरीदाबाद में अंतरविद्यालय प्रतियोगिताओं का आयोजन  

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : डी.पी.एस.जी फरीदाबाद देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में “आजादी का अमृत महोत्सव” मना रहा है। दस दिनों तक चलने वाले कार्यक्रमों की श्रृंखला में 16 अगस्त 2022 को विद्यालय के प्रांगण में अंतरविद्यालय प्रतियोगिताओं में देशभक्ति पर आधारित हिंदी, अंग्रेजी कविता गायन, वाद-विवाद  प्रतियोगिता और फुटबॉल टूर्नामेंट (अंडर 16) का आयोजन किया गया। इन सभी प्रतियोगिताओं में शहर के अनेक विद्यालयों ने बढ़- चढ़ कर हिस्सा लिया। हिंदी व अंग्रेजी कविताओं के माध्यम से छात्रों ने देश भक्ति की भावना को दर्शाया तथा देश के वीरों व शहीदों  को याद करते हुए उनके प्रति अपने भावों को व्यक्त किया। आज की इन प्रतियोगिताओं में निर्णायक के रूप में, श्रीमती अर्चना कॉल, श्रीमती शायनी अबे, श्रीमान संदीप मालिक (पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी) और श्रीमान राजीव रंजन (उप महाप्रबंधक एन एच पी सी) जैसी जानी मानी हस्तियाँ शामिल रहीं। विद्यालय की प्राचार्या महोदया प्रीति सांगवान ने सभी का हार्दिक अभिनन्दन किया।
कार्यक्रम का आरम्भ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ तत्पश्यात डी.पी.एस.जी के छात्रों द्वारा एक शानदार देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया गया। सभी प्रतियोगिताओं में छात्रों ने अत्यंत जोश व उत्साह पूर्वक भागीदारी देकर अपनी प्रतिभा को दिखाया। निर्णयकों ने बच्चो द्वारा दी गई प्रस्तुति की खुले दिल से सराहना की। हिंदी साहित्य जगत की जानी मानी हस्ती, अनेक विधाओं के लेखक व अनेक पुरस्कारों से सम्मानित माननीय राजीव रंजन (उप महाप्रबंधक एन एच पी सी) ने अपने वक्तव्य द्वारा सभी का मार्ग दर्शन करते हुए अपने अनुभव को साँझा किया कि किस प्रकार उनका जीवन संघर्षों से भरा होने के बावजूद भी वे निरंतर आगे बढ़ते गए। शिक्षा, चिकत्सा जैसी असुवधाओं के बाद भी वे कभी निराश नही हुए तथा अपने लक्ष्य को पाने में जी जान से जुटे रहे। अपने सकारात्मक विचारों को प्रस्तुत करते हुए उन्होंने यह भी बताया कि इन ऊँचाइयों को छूने में सबसे अच्छे मित्र की भूमिका निभाई किताबों ने व पढाई के प्रति उनकी रूचि ने। उनके प्रेरणादायक शब्दों को सुनकर सभी भाव- विभोर हो गए।
फुटबॉल प्रतियोगिता के प्रथम चरण में आज आठ टीम शामिल हुई। जिनमे से चार टीम कल सेमीफाइनल और फाइनल में हिस्सा लेंगी।
प्रतियोगिताएँ विद्यालयों में होती रहनी चाहिए| इन प्रतियोगिताओं का उद्देश्य बच्चों के व्यक्तित्व में निखर इस अवसर पर प्राचार्या महोदया ने अपने सुविचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि इस प्रकार की लाना एवं उनके अन्दर छिपी प्रतिभा को बाहर लाना है। इनसे बच्चों में आत्मविश्वास की वृद्धि होती है अर्थात बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ सहायक है, जिसके लिए डी.पी.एस.जी सदैव ही कार्यरत है। सभी विजेयताओं को निर्णायक मंडल व प्रधानाचार्या द्वारा पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्या व प्रबंधन समिति ने सभी अतिथियों को उपस्थिति के लिए आभार प्रकट किया तथा सभी के लिए हाई टी का भी प्रबंध भी किया गया। यह सम्पूर्ण दिवस अत्यंत शिक्षाप्रद, मनोरंजक, आनंदमयी व प्रेरणादायक रहा।

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