Faridabad NCR
सेक्टर 29 बाईपास रोड़ पर हथियार के बल पर गाड़ीचालक के साथ 1.90 लाख रुपए की लूट की वारदात को अंजाम देने वाले 5 आरोपियों को क्राइम ब्रांच 30 ने दबोचा
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : डीसीपी क्राइम मुकेश कुमार मल्होत्रा के दिशा निर्देश तथा एसीपी क्राइम सुरेंद्र श्योराण के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच 30 प्रभारी सेठी मलिक की टीम ने लूट की वारदात में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
एसीपी क्राइम सुरेंद्र श्योराण ने प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सरफराज, नवाब खान, आकिब, समीर तथा सलमान का नाम शामिल है। आरोपी सलमान दिल्ली के संगम विहार का रहने वाला है वहीं अन्य चारों आरोपी फरीदाबाद के इस्माइलपुर एरिया के निवासी हैं। सभी आरोपियों की उम्र लगभग 20 से 22 वर्ष है। आरोपी सरफराज की इस्माइलपुर में बिल्डिंग मैटीरियल की दुकान है इसके अलावा सभी आरोपी छोटी मोटी ध्याड़ी मजदूरी का काम करते हैं।
क्राइम ब्रांच की टीम ने कल गश्त के दौरान आरोपी आकिब को पल्ला तथा सलमान को सेक्टर 31 से देशी कटे सहित काबू किया था। आरोपियों के खिलाफ़ आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज करके पूछताछ शुरू की गई जिसमें पूछताछ के दौरान आरोपियों ने 5 सितंबर को संजय के साथ 1.90 लाख रुपए की लूट की वारदात का खुलासा किया। आरोपियों की जानकारी के आधार पर वारदात में शामिल आरोपी सरफराज, नवाब तथा समीर को गिरफ्तार किया गया। दिनांक 05 सितंबर की शाम के समय सेक्टर 85 के रहने वाले संजय पल्ला से अपने घर जा रहे थे जो सेक्टर 28 /29 के बीच बाईपास रोड पर पहुंचे तो 4 आरोपी स्कूटी पर सवार होकर आए और संजय की गाड़ी के पीछे से टक्कर मार दी जो संजय द्वारा गाड़ी रोकने पर चारों आरोपी पिस्तौल के साथ संजय के साथ लड़ाई झगड़ा करने लगे और उसके सिर में हथियार से चोट मार कर उससे ₹190000 व गाड़ी की चाबी लूटकर भाग गए। जाते-जाते आरोपी पिस्तौल को वही फैंककर चले गए। पीड़ित संजय ने इसकी शिकायत पुलिस थाना सेक्टर 31 में दी जिसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ लूट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस द्वारा घटनास्थल से 2 पिस्तौल बरामद किए गए। प्राथमिक पूछताछ में सामने आया कि वारदात का मुख्य आरोपी सरफराज है जिसने इस वारदात की योजना बनाई थी और अपने अन्य चार साथियों को लूट के लिए भेजा था और खुद सामने नहीं आया। सरफराज की इस्माइलपुर में बिल्डिंग मटेरियल की दुकान है जहां पर संजय बिल्डिंग मैटीरियल का सामान डिस्ट्रीब्यूट करता था। आरोपी सरफराज को पता था कि संजय दुकान पर सामान पहुंचाने के पश्चात पैसे लेने आता है तो उसने अपने चारों साथियों को इसके बारे में बताया और संजय को लूटने की योजना बनाई। 5 सितंबर की शाम जब संजय सरफराज की दुकान से पैसे लेकर निकला तो सरफराज ने अपने साथियों को इसकी सूचना दे दी जिसके पश्चात चारों आरोपी एक स्कूटी पर सवार होकर संजय की गाड़ी के पीछे गए और हथियार की नोक पर उसके साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया था। वारदात को अंजाम देने के पश्चात आरोपियों ने दिल्ली में अपनी महिला मित्र का जन्मदिन मनाया था और उसके पश्चात घूमने के लिए केदारनाथ चले गए थे। मामले में शामिल आरोपी समीर के खिलाफ पहले भी चोरी तथा अवैध हथियार के दो मुकदमे दर्ज हैं। मामले में गहनता से जांच करने तथा आरोपियों के कब्जे से लूटे हुए पैसे बरामद करने के लिए आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा।