Faridabad NCR
फेसबुक तथा व्हाट्सएप पर महिलाओं को उनकी एडिट की हुई अश्लील फोटो भेजकर इसे इंटरनेट पर वायरल करने की धमकी देकर 85 से अधिक महिलाओं को ब्लैकमेल करने वाला आरोपी चढ़ा इंस्पेक्टर माया के हत्थे
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : डीसीपी एनआईटी नीतीश कुमार अग्रवाल द्वारा महिला विरुद्ध अपराध के मामलों में संज्ञान लेते हुए आरोपियों की धरपकड़ के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए महिला थाना एनआईटी प्रभारी इंस्पेक्टर माया व उनकी टीम ने 4 महीनों की कड़ी मशक्कत करते हुए महिलाओं के अश्लील फोटो बनाकर ब्लैकमेल करने वाले बहुत ही शातिर अपराधी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम गणेश है। आरोपी की उम्र करीब 42 वर्ष है और वह एक ट्रक ड्राइवर है। आरोपी के खिलाफ महिला थाना एनआईटी में आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमें पीड़ित महिला ने बताया कि 6 मई 2022 को व्हाट्सएप पर उसे एक मैसेज प्राप्त हुआ जिसमें उसी की अश्लील फोटो थी जिसमे उसका चेहरा किसी अश्लील फोटो से जोड़ा हुआ था। आरोपी ने उसे धमकी दी कि यदि उसका नंबर ब्लॉक किया तो उसकी यह फोटो इंटरनेट पर वायरल कर दी जाएगी। महिला काफी डर गई और उसने यह बात अपने पति को बताई। महिला के पति ने जब उस नंबर पर फोन किया तो वह नंबर स्विच ऑफ मिला जिसके पश्चात महिला ने अपने पति के साथ आकर पुलिस को इसकी शिकायत दी जिसके पश्चात आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज करके उसकी तलाश शुरू की गई। आरोपी की धरपकड़ के लिए थाना प्रभारी इंस्पेक्टर माया के नेतृत्व में टीम गठित की गई जिसमें उप निरीक्षक शाहिद, महिला एएसआई प्रियंकी, सिपाही कर्मवीर तथा साइबर सेल एक्सपर्ट सिपाही अजय का नाम शामिल था। पुलिस टीम ने आरोपी की धरपकड़ के लिए पुलिस ने नागौर, अजमेर, जयपुर, किशनगढ़, रुपनगढ़, दौसा, अलवर, भरतपुर सहित कई स्थानों पर रेड डाली परंतु आरोपी हर बार बचता रहा। करीब 4 महीने की कड़ी मशक्कत के पश्चात पुलिस ने आरोपी को कल अलीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने चौंकाने वाले खुलासे किए जिसमें उसने बताया कि वह फेसबुक पर लगातार महिलाओं को ढूंढता रहता है और उनकी प्रोफाइल फोटो लेकर उसे किसी न्यूड महिला की फोटो से जोड़कर उसकी अश्लील फोटो बना देता था। इसके पश्चात वह फेसबुक मैसेंजर तथा फेसबुक से महिला का फोन नंबर लेकर व्हाट्सएप के माध्यम से इस फोटो को उस महिला के पास भेज देता था और इस फोटो को इंटरनेट पर वायरल करने की धमकी देकर उन्हें बातचीत करने के लिए ब्लैकमेल करता था। आरोपी महिलाओं को ब्लैकमेल करके उनकी गंदी फोटो तथा वीडियो मंगवाता था। बदनामी के डर से महिलाएं आरोपी के झांसे में आ जाती थी और उन्हें अपनी फोटो और वीडियो भेज देती थी। महिला पुलिस की टीम ने आरोपी के बताए अनुसार जब पीड़ित महिलाओं से बातचीत की तो सामने आया कि कई महिलाएं आरोपी से इतनी तंग आ चुकी थी कि वह आत्महत्या करने की कगार तक पहुंच चुकी थी। बदनामी के डर से महिलाओं ने आरोपी के खिलाफ कभी पुलिस में शिकायत ही नहीं दी। आरोपी के कब्जे से बरामद किए गए मोबाइल को जब चेक किया गया तो उसमें उसके फेसबुक मैसेंजर पर करीब 60 महिलाओं के साथ गंदी चैट पाई गई इसके अलावा आरोपी के व्हाट्सएप पर भी 25 औरतों के साथ अश्लील मैसेज पाए गए। आरोपी के मोबाइल में 485 अश्लील वीडियो पाई गई जिसमें से कुछ उसने महिलाओं को ब्लैकमेल करके मंगवाई थी और कुछ इंटरनेट से डाउनलोड की थी। आरोपी से जब इस सिम कार्ड के बारे में पूछताछ की गई तो उसने बताया कि यह सिम उसे राजस्थान में एक ढाबे के पास मिली थी इसका उपयोग करने करके उसने महिलाओं को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। आरोपी ने बताया कि यह काम है वह पैसों के लिए नहीं करता बल्कि अपना दिल बहलाने और टाइम पास करने के लिए करता था। मामले में गहनता से पूछताछ करने के लिए आरोपी को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा और आरोपी द्वारा अन्य महिलाओं के साथ किए गए उत्पीड़न की जानकारी प्राप्त करके कानून के तहत आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। पुलिस आयुक्त श्री विकास अरोड़ा ने महिला थाना की टीम द्वारा किए गए कार्य के लिए उन को प्रोत्साहित करते हुए प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया