Faridabad NCR
कोरोना से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि सावधानी बरतना जरूरी है : डा. यश गर्ग
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 20 मार्च उपायुक्त यशपाल व नगर निगम आयुक्त यश गर्ग की अध्यक्षता में लघु सचिवालय के सभागार में जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों, स्वास्थ्य विभाग तथा निजी अस्पतालों के डाक्टर्स की बैठक हुई, जिसमें कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण को रोकने व अन्य बचाव के लिए की जा रही तैयारियों पर विचार-विमर्श किया गया।
उपायुक्त ने कहा कि सभी संबंधित विभाग कोरोना के संबंध में भारत सरकार व प्रदेश सरकार की ओर से मिलने वाले दिशा-निर्देश की अनुपालना सुनिश्चित करें। अस्पतालों में डाक्टर्स व नर्स को भी सही ट्रैनिंग दी जाए कि किस प्रकार उन्हें रोगी का इलाज करना है। सभी अस्पतालों में इलाज के लिए हरसंभव तैयारी होनी चाहिए। सभी अस्पताल आइसोलेशन वार्ड अवश्य बनाएं तथा उनमें इलाज से संबंधित सभी सुविधाएं भी होनी चाहिएं। इसी प्रकार अस्पतालों में संबंधित क्षेत्र के थाना अध्यक्ष के नंबर होने चाहिएं, ताकि किसी भी परिस्थिति में जरूरत पड़ने पर उन्हें मदद उपलब्ध करवाई जा सके। इसी प्रकार जिला में एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जा रहा है, ताकि सभी सूचनाएं संबंधित विभाग के अधिकारी को आसानी से पहुंचाई जा सकें तथा प्रभावित व्यक्ति तक समय पर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकें। उन्होंने कहा कि दैनिक जीवन की चीजों व वस्तुओं की कालाबाजारी व स्टाॅक पर कड़ी नजर रखी जाए। हर कोई व्यक्ति या दुकानदार बहुत अधिक मात्रा में खाने-पीने का सामान व दैनिक उपयोग की वस्तुओं का स्टाॅक करता मिलता है, तो उसका सारा सामान भी जब्त किया जाएगा और उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही भी अमल में लाई जाएगी। सभी लोगों को दैनिक उपयोग का सामान जैसे दूध, सब्जियां व राशन आसानी से उपलब्ध होना चाहिए। इसी प्रकार बाजार में सामान की गुणवता बनाए रखने के लिए निरंतर सैंपल की प्रक्रिया जारी रहेगी। अगर कहीं नकली सामान मिलता है, तो संबंधित व्यक्ति व दुकानदार के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
डा. यश गर्ग ने कहा कि कोरोना से लोगों को घबराना नहीं चाहिए, बल्कि सावधानी बरतना जरूरी है। लोग जिस भी जगह या क्षेत्र में काम कर रहे हैं, उस स्थान को सेनेटाइज करके रखें यानी वहां निरंतर सफाई करते रहें। निगम की ओर से इस संबंध में लगातार प्रशिक्षण दिया जा रहा है। निगम की स्वास्थ्य विंग या स्वास्थ्य विभाग के लिए संभव नहीं है कि वह हर स्थल या स्थान को सेनेटाइज कर दें। इसके लिए संबंधित विभाग अपने कार्यालय भवनों को सेनेटाइज करते रहें तथा प्राइवेट क्षेत्र में लोग स्वयं साफ-सफाई पर अधिक ध्यान दें। स्वयं की सफाई पर अधिक ध्यान दें। उन्हांेने कहा कि लोगों को एहतियात के रूप में जितना संभव हो, अपने घर पर रहना चाहिए। बाहर की मूवमेंट बंद कर दें। बुजुर्ग व्यक्ति की देखभाल अधिक करें। इसके अलावा किसी व्यक्ति का इमुनिटी सिस्टम कमजोर है या फिर डायबिटीज और किडनी का मरीज है, तो उसे सचेत रहना चाहिए।
आमजन के लिए जरूरी सूचना : विश्व स्वास्थ्य संगठन के डा. संजीव ने बताया कि जनता को अपने आसपास या कार्यक्षेत्र पर साफ-सफाई करते रहना चाहिए। माॅस्क हर व्यक्ति को लगाने की आवश्यकता नहीं होती। माॅस्क तीन स्थितियों में लगाना जरूरी है, जिसमें पहला वह व्यक्ति जो किसी प्रभावित क्षेत्र से आया हो, दूसरा अस्पतालों में जो डाक्टर या नर्स मरीजों के संपर्क में रहते हैं तथा तीसरा जिस व्यक्ति को खांसी या जुकाम हो। इसके अलावा स्वस्थ व्यक्ति को माॅस्क लगाने की आवश्यता नहीं है। इसी प्रकार सेनेटाइजर की जगह अच्छे साबुन का भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जोकि आमतौर पर हर घर में मिलता है। इसी प्रकार गमछा टाइप कपड़े का उस स्थिति में प्रयोग किया जा सकता है, जब व्यक्ति को भीड़ वाले स्थान पर जाना जरूरी हो जाए। बाद में उसे धोना भी आसान है।
मीटिंग में अतिरिक्त उपायुक्त आरके सिंह, एसडीएम फरीदाबाद अमित कुमार, सीटीएम बलिना, सीएमओ डा. कृष्ण कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।