Faridabad NCR
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जे.सी. बोस विश्वविद्यालय का समाधान ‘कवच’
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 26 मार्च दुनियाभर में मानव जाति के लिए गंभीर संकट बन चुकी कोरोना महामारी की रोकथाम के उपायों में हर स्तर पर प्रयास किये जा रहे है। इसी कड़ी में जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के विद्यार्थियों ने कोरोना से बचाव का एक इनोवेटिव समाधान खोज निकाला है। विश्वविद्यालय की स्टार्ट-अप टीम में एमबीए के दो विद्यार्थियों ललित फौजदार तथा नितिन शर्मा ने जियो-फेंसिंग तकनीक का उपयोग करते हुए ऐसी मोबाइल ऐप तैयार की है जो लोगों को वास्तविक समय अलर्ट देने में सक्षम होगी यदि कोई संक्रमित व्यक्ति 5 से 100 मीटर की सीमा के भीतर दाखिल होता हैं। इसके साथ ही यह चेतावनी देगी कि आप उन स्थानों पर न जाएँ जहाँ संभावित संक्रमित व्यक्ति पिछले 24 घंटे में आया हो। ऐप को विश्वविद्यालय के एडजेंक्ट फैकल्टी अजय शर्मा की देखरेख में तैयार किया गया है और इस ऐप को कवच नाम दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 16 मार्च को कोविड-19 सलूशन चैलेंज लाॅच किया था और इस चैलेंज के जरिए 31 मार्च तक कोरोना वायरस से रोकथाम के लिए इनोवेटिव समाधान आमंत्रित किये थे। विश्वविद्यालय की टीम ने चैलेंज को स्वीकार करते हुए 10 दिन की कड़ी मेहनत के बाद यह ऐप तैयार की है।
अजय शर्मा ने बताया कि फिलहाल ऐप को तैयार कर इसका प्रोटोटाइप भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को भेज दिया गया। ऐप को प्ले स्टोर पर उपलब्ध करवाने के लिए गूगल इंडिया को भी भेजा गया है। केन्द्र सरकार ऐप से स्वीकृति मिलने के बाद यदि ऐप व्यवहार में आ जाती है तो यह देश के साथ-साथ दुनियाभर में कोरोना संक्रमण कोे रोकने में एक कारगर उपाय साबित हो सकती है।
इस मोबाइल ऐप का समसे बड़ा लाभ यह है कि यह कोरोना जैसी महामारियों के दौरान सभी नागरिकों को प्रामाणिक और सत्यापन योग्य जानकारी एकत्र करने और प्रदान करने के लिए सिंगल यूनिवर्सल प्लेटफार्म प्रदान करती है। किसी भी आपात स्थिति में सरकारी अधिकारियों से तुरंत मदद पाने के लिए नागरिक समय-समय पर महत्वपूर्ण सरकारी परामर्श प्राप्त कर सकते हैं और संक्रमण का शक होने पर खुद के परीक्षण के लिए आस-पास के अस्पतालों और मेडिकोज का संपर्क विवरण भी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, यह ऐप बहु-उपयोगी है और इस तरह की महामारियों और आपदाओं के दौरान सरकार और नागरिकों की सहायता के लिए कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है।
कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने स्टार्ट-अप टीम के प्रयासों की सराहना की है। कुलपति ने कहा कि कोरोना महामारी दुनियाभर में मानव जाति के लिए संकट बनती जा रही है, जिसे निपटने के लिए रोकथाम ही बेहतर विकल्प है। उन्होंने आशा जताई कि स्टार्ट-अप टीम द्वारा बनाई गई ऐप कोरोना वायरस से निपटने के लिए बेहतर समाधान उपलब्ध करवायेगी।
कवच ऐप के मुख्य लाभ
नागरिकों के लिएः
1. चैबीस घंटे-सातों दिन संरक्षण कवच { शील्ड}
कोविड-19 संक्रमण से बचाने के लिए जियो-फेंसिंग शील्ड स्थापित करने में सक्षम। यदि कोई संक्रमित व्यक्ति आपके घर के 50 मीटर के दायरे में आता है, तो यह आपको सभी उपलब्ध नंबरों पर अलर्ट भेजेगा। आप घर, माता-पिता, घर, कार्यालय आदि के लिए कई ‘शील्ड’ सेट कर सकते हैं।
2. सक्रिय संरक्षण शील्ड कभी भी, कहीं भीः
यदि आप किसी भी संक्रमित व्यक्ति के 5 मीटर के दायरे में मौजूद हैं, तो आप अपने शील्ड को अपने साथ ले जाएं और सतर्क हो जाएं। आप वहां जाने से पहले आप सुरक्षित स्थान खोज सकते हैं।
3. प्रारंभिक चेतावनी प्रणालीः
आप समय और स्थान के विवरण के साथ अपनी बैठकों की एक डायरी व लॉग बनाए रख सकते हैं, यदि कोई भी आपसे मिला है, तो संक्रमण का निदान करें, आपको तत्काल चेतावनी मिलती सकती है।
4. सभी प्रामाणिक और विश्वसनीय जानकारी प्राप्त करेंः
आपको प्रामाणिक और विश्वसनीय स्रोतों से सिंगल प्लेटफार्म पर रोग, लक्षण, परीक्षण, परीक्षण केंद्र, दवा, टीकाकरण, अस्पताल, आपातकालीन सेवाएं, हेल्पलाइन, सरकारी सूचनाएं और आदेश, विशेषज्ञ राय, समाचार और नवीनतम रिपोर्ट आदि पर विवरण सहित सभी महत्वपूर्ण जानकारी मिलती सकती है।
5. त्वरित सहायता और सलाहः
समय-समय पर वास्तविक सलाहकार प्राप्त करें। कोविड-19 से खुद को बचाने के लिए क्या करें अथवा क्या न करें इसकी जानकारी प्राप्त हो सकती है। किसी भी आपात स्थिति में सरकारी अधिकारियों से तुरंत मदद लेने में सक्षम हो सकते है।
सरकार के लिएः
6. सभी संक्रमित, संदिग्ध और संगरोध मामलों की सक्रिय ट्रैकिंगः
एप्लिकेशन अधिकारियों सभी संदिग्ध, संक्रमित और संगरोधित लोगों को ट्रैक करने में सक्षम बनाता है।
7. घर या सेल्फ क्वारंटिन के तहत सभी की जियो-फेंसिंग करनाः
यदि कोई संदिग्ध संक्रमित अपना स्थान छोड़ता है तो अधिकारियों को तत्काल अलर्ट मिल सकता है। सभी संक्रमित और संदिग्ध लोगों को नियमित अंतराल के बाद जांच के बाद उनकी उपस्थिति को चिह्नित करने के लिए कहा जा सकता है।
नागरिकों को सीधे प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने में सक्षमः
इस तरह की महामारियों के दौरान विभिन्न प्रकार की जानकारी देने के लिए यह ऐप अधिकृत अधिकारियों को एक सिंगल, विश्वसनीय, प्रामाणिक और प्रत्यक्ष चैनल प्रदान करने में सक्षम बनाती है। यह गलत सूचनाओं की जांच करती है क्योंकि ऐप केे माध्यम से जानकारी को कहीं से कभी भी सत्यापित किया जा सकता है।
9. चैबीस घंटे-सातों दिन नागरिकों के साथ प्रत्यक्ष और अनुकूलित संचारः
अधिकारी महामारी के दौरान प्राथमिक डेटा एकत्र कर सकते हैं और जनसांख्यिकी के आधार पर आवश्यकता अनुसार जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।