Faridabad NCR
बहुत देर से जागे सीएम साहब : विजय प्रताप
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 17 अक्तूबर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय प्रताप सिंह ने कहा कि पूरे शहर की आज बद से बदतर हालत है। सड़कें खुदी हुई है सीवर का पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर भरा हुआ है। हल्की सी बारिश में पूरा शहर जलमग्न हो जाता है और लोगों के घरों तक में पानी घुस आता है। विजय प्रताप सोमवार को सेक्टर 48 में जलभराव एवं सीवर के ओवरफ्लो से परेशान लोगों के बीच पहुंचे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री 8 साल बाद भी अपने द्वारा की गयी पुरानी घोषणाओं को भूले पड़े है मुख्यमंत्री ने ग्रीन फील्ड कॉलोनी के हालातों का जायजा लिया। ग्रीन फील्ड कॉलोनी वो कॉलोनी है जहां पिछले दिनों अंडरपास पर स्कूल की एक बस फंस जाने के कारण 40 बच्चों की जान आफत में आ गई थी। प्रशासन एवं स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू कर उन बच्चों की जान बचाई। पिछले 8 सालों से लगातार फील्ड कॉलोनी के अंडर पास में हादसे होते आ रहे हैं वहाँ की मुख्य सड़क बुरी तरह टूटी पड़ी है अकेली ग्रीन फील्ड कॉलोनी नहीं आज पूरे शहर के ऐसे हालत है। सैनिक कॉलोनी में लगभग 15 करोड़ की लागत से 3वर्ष पुराने सीएम अनाउंसमेंट के तहत विकास कार्य अभी तक पूरे नहीं हुए हैं। विकास कार्य बहुत धीमी गति से हो रहे हैं, जो हो रहा है उसमें भारी घोटाला है स्मार्ट सिटी योजना के तहत ना के बराबर काम हुआ है इस गति से 100 साल भी कम पड़ेंगे उन्होने कहा कि ग्रीनफील्ड कॉलोनी को नगर निगम में दिए जाने का फैसला अच्छा है, मगर नगर निगम भ्रष्टाचार में डूबा पड़ा है जिसके कारण कंगाल हो गया है अब इसकी कंगाली दूर करने के लिए नहर पार के 27 गाँव पंचायतों की बलि ले उनकी ज़मीन और पैसे से इस नगर निगम को आबाद करने की फ़िज़ूल कोशिश की जा रही है जो गाँव अब नए नगर निगम में आए है उनकी बदहाली शुरू हो गयी है आज हालात इतने खराब है कि सारा शहर खुदा हुआ है और जगह-जगह सीवर ओवरफ्लो की समस्या बनी हुई है, पीने के पानी की क़िल्लत है सड़के गड्ढों में तब्दील है युवाओं को रोज़गार नहीं है आबादी के हिसाब से स्कूल कॉलेज तक काम पड़ रहे है, ग़रीबों की बस्तियाँ उजड़ी जा रही है उनके पुनर्वास की कोई व्यवस्था नहीं हो रही है चारों तरफ़ असंतोष व्याप्त है लगता है फ़रीदाबाद के भाजपा नेताओ के कारण सरकार की बिगड़ती हुई साख को बचाने के लिए अब स्वयं मुख्यमंत्री को मैदान में आना पड़ा है देखते है वो फ़रीदाबाद को कैसे संवारेंगे लेकिन उमीद कम है।