Faridabad NCR
दादा-दादी, नाना-नानियों के लिए डी.ए.वी. शताब्दी महाविद्यालय में मनाया गया ‘इंटरनेशनल डे ऑफ ऐलडर पर्सन’
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : डी.ए.वी शताब्दी महाविद्यालय में वाइ.आर.सी. यूनिट, एन.एस.एस यूनिट, एन.सी.सी यूनिट और बी.कॉम विभाग ने एन.सी.डी सेल व् स्वास्थय विभाग के सहयोग से ‘इंटरनेशनल डे ऑफ ऐलडर पर्सन’ कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्रों के दादा-दादी व् नाना-नानियों को आमंत्रित किया गया। महाविद्यालय की सेवानृवित व् वरिष्ठ नागरिक शिक्षक भी कार्यक्रम का हिस्सा बनी। इस कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में अरूण मेहरा, विशिष्ट अतिथि के रूप में डिप्टी सी.एम.ओ डॉ. गजराज, डॉ. राम भगत व् डॉ रेने, डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम काॅ-ओर्डिनेटर एन.सी.डी. सेल उपस्थित हुए। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को सीनियर सिटिजन्स से मिलवाना व उनके अनुभवों, संघर्षों और जीवन के अंतिम पड़ाव को जीने के नजरिये से परिचित करवाना रहा।
सीनियर सिटीजन्स ने अपने छात्र जीवन की महत्वपूर्ण यादों को साझा करने के साथ-साथ कुछ मनोरम गीत, कविता, आदि प्रस्तुत किए। विशेष अतिथि अरूण मेहरा ने छात्रों से कहा की अगर सही में जीना चाहते हो तो पहले खुद से प्यार करना सीखो। उन्होंने कहा की आज के युग में क्या हम अपनी पहचान कर पा रहे हैं ? उन्होंने आज के समय को संबोधित करते हुए कहा की अभी परिस्थितियाँ इतनी नहीं बदली है, पर आने वाला जीवन बहुत कठिन होने वाला है।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ सविता भगत ने अपने सम्बोधन में आये हुए सभी अतिथियों व् वरिष्ठ नागरिकों का स्वागत किया। डॉ. भगत ने बताया कि कैसे आज के युवा का अपनों से मोहभंग हो रहा है, कैसे बुजुर्गों को अपना जीवन वृद्धाश्रमों में गुजारना पड रहा है और क्यों हमें आज अपने इन बुजुर्गों की विशेष देखभाल की जरूरत है। इस कार्यक्रम की संयोजक वाइ.आर.सी यूनिट हेड डॉ. विजयवंती व् बी.कॉम विभागाध्यक्ष डॉ. अर्चना भाटिया रहीं व् सह-संयोजक डॉ. सुनीता डुडेजा और डॉ जितेंद्र ढुल रहे। कार्यक्रम के अंत में डॉ. अर्चना भाटिया ने जीवन को बयां करते कुछ ह्रदय स्पर्शी गीत प्रस्तुत किये। इस कार्यक्रम में लगभग सत्तर ग्रेंड पेरेंट्स ने हिस्सा लिया।