Faridabad NCR
संवेदनात्मक विषयवस्तु करती है ध्यान आकर्षित: विनीत पांडे
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 17 नवम्बर। जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के संचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय “इंडोगमा फिल्म फेस्टिवल 2022” के दूसरे दिन दो मास्टर क्लासेस का आयोजन और 12 फिल्मों की स्क्रीनिंग हुई। इस दौरान फिल्म कंटेंट को लेकर फिल्म विशेषज्ञों ने विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए विभागाध्यक्ष डॉ पवन सिंह मलिक ने बताया कि दिन की शुरुआत में जाने-माने शिक्षाविद् प्रो विनीत पाण्डेय द्वारा “फ़िल्म के लिए सामग्री कैसे महत्वपूर्ण है” विषय पर मास्टर क्लास से हुई। उन्होंने टेलीविजन के युग से लेकर समसामयिक क्षेत्रीय सामग्री को लेकर छात्रों को विस्तार से बताया कि कैसे मीडिया राय बनाने की प्रक्रिया में योगदान देता है। उन्होंने बताया कि भावनात्मक मिश्रण वाली किसी भी तरह की सामग्री दर्शकों को ज्यादा आकर्षित करती है। हालाँकि, मीडिया वही करता है जो लोग चाहते हैं। इसके अलावा, विशेषज्ञ ने चर्चा में छात्रों के सभी प्रश्नों का उत्तर भी दिया तथा कंटेंट रेनोवेशन, मूवी इंक्लाइनेशन, एकेडमिक क्वेरीज और न्यू ट्रेंड्स इमर्जेंस पर विचार व्यक्त किये।
इसके बाद, विश्व प्रसिद्ध फिल्म निर्माता माइक बेरी ने कहा कि बॉलीवुड पोस्ट प्रोडक्शन में होने वाले खर्चों पर चर्चा की।
उन्होंने कहा कि मीडिया विश्व अर्थव्यवस्था को उलटने की शक्ति का संचालन करता है। कहानी से लेकर स्क्रीनप्ले तक किसी भी तरह के कंटेंट क्रिएशन में, परिस्थितियाँ और चरित्र सबसे ज्यादा मायने रखते हैं।
इसके बाद विवेकानंद ऑडिटोरियम में फीचर, शॉर्ट, एनिमेशन, कॉरपोरेट, एलजीबीटीक्यू और म्यूजिक वीडियो की स्क्रीनिंग हुई जिनमें पीहू-एक दुखद सच्चाई, चौटाला-एक दौर, दे लास्ट रैन, दे ट्रैवलर, वीरांगना, अकस्मात् आदि फ़िल्में रही।