Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 29 मार्च भारत के अग्रणी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता फोर्टिस हैल्थकेयर ने कोविड19 मरीज़ों के इलाज की चुनौतियों से निपटने के लिए 360 डिग्री कार्य योजना पर अमल करते हुए अनेक प्रयास शुरु किए हैं। जहां पूरा देश इस महामारी को पटखनी देने के लिए एकजुट हुआ है, वहीं फोर्टिस ने देशभर में अपने सभी 28 अस्पतालों में अलगाव (आइसोलेशन) वार्ड स्थापित किए हैं जिनमें कोविड19 मरीज़ों के उपचार के लिए कुल 262 अलगाव बिस्तरों की व्यवस्था की गई है। इस बीच, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम में सफल इलाज करा चुके दो कोविड19 मरीज़ों को आज छुट्टी दे दी गई है। फोर्टिस के पूरे नेटवर्क में फिलहाल उपलब्ध कराए गए अलगाव बिस्तरों में आवश्यकतानुसार बढ़ोतरी की गुंजाइश रखी गई है।
कोविड19 के इलाज के लिए फोर्टिस की तैयारियों के बारे में डॉ आशुतोष रघुवंशी, सीईओ एवं एमडी, फोर्टिस हैल्थकेयर ने कहा, ”फोर्टिस इस चुनौतीपूर्ण समय में देश की जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार है। हम आशा करते हैं कि माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 21 दिनों की देशबंदी (लॉकडाउन) की घोषणा संक्रमण के चक्र को तोड़ने में मददगार साबित होगी। इसके साथ ही, हम केंद्र और राज्य सरकारों के साथ मिलकर, कोविड19 मरीज़ों के लिए अलग तथा नाजुक देखभाल वाले बिस्तरों समेत अन्य बंदोबस्त में भी जुटे हैं। इस चुनौती से निपटने के लिए आवश्यक मेडिकल सप्लाई और इक्विपमेंट आदि का इंतज़ाम किया जा रहा है। हम लगातार बदलती परिस्थितियों पर नज़र रख रहे हैं और यदि आवश्यक हुआ तो अतिरिक्त बिस्तरों की उपलब्धता भी सुनिश्चित करेंगे। हम अपने डॉक्टरों, नर्सों, स्टाफ को सुरक्षित रखने के हर संभव प्रयास कर रहे हैं।”
फोर्टिस अस्पताल, जयपुर में देश के शुरुआती कोविड19 मामलों का पता लगाया गया था जबकि एक इतालवी मरीज़ को 1 मार्च 2020 को यहां भर्ती किया गया। तभी से देशभर में फोर्टिस नेटवर्क में शामिल सभी 28 अस्पतालों ने इस महामारी से लोहा लेने के लिए अन्य स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने के लिए लगातार अपनी दक्षताओं और क्षमताओं में बढ़ोतरी की है। सभी फोर्टिस अस्पतालों में एक 3-टियर कोविड सुरक्षा प्रणाली उपलब्ध करायी गई है जहां सटीक जांच, फीवर (फ्लू) क्लीनिक, भर्ती मरीज़ों के अलगाव की व्यवस्था है। फोर्टिस राज्य और जिला स्तरीय स्वास्थ्य प्राधिकरणों के साथ भी मिलकर काम कर रहा है जिसके परिणामस्वरूप पंजाब, हरियाणा और महाराष्ट्र में स्वास्थ्य संगठनों के लिए फोर्टिस पसंदीदा मंजिल बन चुका है।
सोशल डिस्टेंसिंग और टेस्टिंग ही कोविड19 के खिलाफ युद्ध के सबसे मजबूत हथियार हैं। फोर्टिस की डायग्नॉस्टिक्स कंपनी एसआरएल डायग्नॉस्टिक्स देश में कोविड19 की जांच क्षमताओं को बढ़ाने के लिए सरकार तथा भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद् (आईसीएमआर) के साथ मिलकर काम कर रही है। गोरेगांव (मुंबई) तथा गुरुगांव (दिल्ली-एनसीआर) स्थित कंपनी की दो लैब्स ने, जो कि एनएबीएल तथा कैप मान्यता प्राप्त और सैंपल कलेक्शन के लिए BSL2 फीचर से सुसज्जित हैं, दिल्ली, गुरुग्राम एवं मुंबई में काम शुरू कर दिया है। इन दोनों लैब्स के पास शेष देश की जरूरतें पूरी करने की भी क्षमता है।
अंत में डॉ रघुवंशी ने कहा, ”यह वाकई आपस में सहयोग करने और कोविड19 के खिलाफ युद्ध में हर संभव तरीके से एक-दूसरे की सहायता करने का समय है। इस पूरे मामले में सरकार द्वारा सख्त कदम उठाए जाने के लिए पहलकदमी करते देखना प्रेरक अनुभव है। देशभर में, अपने अस्प्तालों के माध्यम से फोर्टिस हैल्थकेयर को संकट की इस घड़ी में वायरस संक्रमण के खिलाफ शंखनाद का हिस्सा बनते हुए गर्व है।”