Connect with us

Faridabad NCR

शिखरजी तीर्थ को बचाने सडक़ों पर उतरा सकल जैन समाज

Published

on

Spread the love

Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 19 दिसम्बर। झारखंड के गिरिडीह स्थित सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल बनाए जाने की अधिसूचना जारी होने के बाद जैन समाज के लोग सडक़ों पर उतर आए हैं और आज इसी कड़ी में फरीदाबाद में भी जैन समाज की लगभग एक दर्जन संस्थाओं द्वारा जैन समाज के रोहित जैन व सुशील जैन के नेतृत्व में तमाम संस्थाओं के पदाधिकारियों ने सरकार के इस निर्णय के खिलाफ शांतिमार्च निकाला और राष्ट्रपति के नाम डीसी को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर बड़ी संख्या में महिलाओं, युवाओं, बुजुर्गांे की कतारें लगी रहीं और हाथ में बैनर लिए जैन समाज के लोगों ने शिखर जी के तीर्थ को बचाने के लिए अपना विरोध शांतिपूर्वक तरीके से दर्ज करवाया।  इस अवसर पर शांति मार्च की अगुवाई साध्वी प्रियंका जी महाराज ने की और उन्होंने भी सरकार से जैन समाज की मांग मानने की अपील की। इस मौके पर जैन समाज से सुशील जैन व समाजसेवी व भाजपा नेता रोहित जैन ने सकल जैन समााज की ओर से संयुक्त रूप से झारखंड सरकार व केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि उनके तीर्थ स्थल की पवित्रता को भंग न किया जाए और उनकी धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए अधिसूचना रद्द की जाए। इस मौके पर जिला उपायुक्त ने आश्वासन दिया कि वे इस ज्ञापन को सरकार तक पहुंचाएंगे। इस अवसर पर एक दर्जन से अधिक जैन संस्थाओं के लोगों ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल से भी इस मामले में संज्ञान लेने की बात कही। इस मौके पर जैन समाज से साध्वी प्रियंका जी महाराज भी मौजूद रहीं। इस मौके पर भाजपा नेता व समाजसेवी रोहित जैन ने कहा कि सरकार के इस निर्णय से पूरे जैन समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं क्योंकि शिखरजी तीर्थ यदि पर्यटन स्थल में तब्दील होगा तो यहां शराब, जूते-चप्पल सहित असामाजिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा जिससे उनके तीर्थ की पवित्रता भंग होगी। उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले में तुरंत संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे सरकार से अपील करते हैं कि जैन समाज अल्पसंख्यक है,  ऐसे में झारखंड सरकार और केंद्र सरकार को समाज की धार्मिक भावनाओं को सम्मान करना चाहिए। वहीं इस मौके पर सुशील जैन ने कहा कि झारखंड सरकार द्वारा सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल बनाए जाने की अधिसूचना जारी करने पर हम सरकार की निंदा करते हैं और आज हमने शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज करवाया है। यदि सरकार ने जैन समाज के धार्मिक स्थल का सम्मान बरकरार नहीं रखा तो उन्हें ठोस कदम उठाने पर विवश होना पड़ेगा। सुशील जैन ने कहा कि पर्यटन स्थल बनाने के लिए किसी समाज की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने का कोई औचित्य नहीं है। हमने डीसी को ज्ञापन भी इस मामले में राष्ट्रपति के नाम सौंपा है। इस शांति मार्च में प्रमुख रूप  से श्री दिगम्बर जैन मंदिर के अध्यक्ष पीसी जैन, श्री आत्मानंद जैन समाज के अध्यक्ष राजकुमार जैन, श्री दिगम्बर जैन मंदिर- आराध्य धाम सैक्टर-88 से दिनेश कुमार जैन, श्री एसएस जैन समााज से अध्यक्ष रविंद्र जैैन, श्री श्वेताम्बर तेरापंथ  सभा सैक्टर-10 के अध्यक्ष गुलाब वैद्य, दिगम्बर जैन मंदिर बल्लभगढ़ के अध्यक्ष अभय कुमार जैन, जीतो फरीदाबाद  चैप्टर से अध्यक्ष प्रवीन राका, एसएस जैन सभा सैक्टर-7 के अध्यक्ष रविंद्र जैन, श्री दिगम्बर जैन मंदिर सैक्टर-37 के अध्यक्ष वीपी जैन, दिगम्बर जैन मंदिर चावला कालोनी के अध्यक्ष सुरेशचंद्र जैन,
दिगम्बर जैन मंदिर एनआईटी अध्यक्ष अनंत जैन, श्री दिगम्बर जैन मंदिर सैक्टर-10 के अध्यक्ष अशोक जैन, दिगम्बर जैन् मंदिर मुकेश कालोनी के अध्यक्ष डीसी जैन, सुधीर जैनी सहित भारी संख्या में जैन समाज के लोगों ने शिरकत की।

Continue Reading

Copyright © 2024 | www.hindustanabtak.com