Faridabad NCR
एसडीएम परमजीत चहल की अध्यक्षता में बैंकर्स ने की बैंकों में सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं बारे मंत्रणा
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 22 दिसम्बर। एसडीएम परमजीत चहल की अध्यक्षता में बैंकर्स ने बैंकों में सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं बारे विस्तार पूर्वक मंत्रणा की। उन्होंने कहा कि जिला के सभी बैंक विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को समय पर ऋण उपलब्ध करवाएं।
एसडीएम परमजीत चहल आज वीरवार को दोपहर बाद लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में विभिन्न बैंकों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे।
उन्होंने निर्देश दिए हैं कि जो इस साल अंत तक कम से कम दो प्रार्थियों को सरकार की योजनाओं के अंतर्गत ऋण उपलब्ध करवा कर योजनाओं को लागू करे। ताकि आत्मनिर्भर भारत मिशन के लक्ष्य को पूरा किया जा सके। जो बैंक अपने सभी लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पाए हैं, वे सभी लक्ष्य पूरा कर लें और वे बैंकर्स अगली डीएलआरसी की बैठक से पहले सरकारी योजना को लागू नहीं करेंगे तो संबंधित बैंकों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
एसडीएम परमजीत चहल तिमाही के लिए जिला की डीएलआरसी /डीसीसी बैठक लघु सचिवालय, सेक्टर-12 फरीदाबाद में आयोजित बैठक में बैंक अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिला फरीदाबाद के लक्ष्यों के साथ-साथ सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं, एमएसएमई, लघु व्यवसाय, मुद्रा ऋण, स्टैंड अप इंडिया, एसएचजी के लिए महिलाओं के उत्थान और सशक्तिकरण के लक्ष्यों के बारे में ऋण अदायगी और रिकवरी बारे विस्तृत जानकारी जिला उपायुक्त कार्यालय या एसडीएम कार्यालय में जरूर करें।
उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि सरकारी योजनाओं और परियोजनाओं के बैंकिंग प्रणाली प्लेटफार्म में बेहतर क्रियान्वयन के लिए आपसी तालमेल टारगेट निर्धारित समय पर पूरा करें।
एजीएम आरबीआई संजीव सिंह ने सभी बैंकर्स को कहा कि सभी सरकारी प्रायोजित योजनाओं को लागू करने और समय सीमा के भीतर लक्ष्यों को प्राप्त करना सुनिश्चित करें।
एजीएम नाबार्ड मंयक सभी बैंकों के अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार द्वारा घोषित गरीब लोगों और किसानों के लाभ के लिए सरकारी प्रायोजित सब्सिडी योजनाओं का लाभ दें। वहीं एलडीएम सुधीर कुमार ने सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं और परियोजनाओं की बैंकों के जरिये की जाने वाली सम्भावित क्रियान्वयन बारे विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।