Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने कहा कि आज से शिक्षा के क्षेत्र में नया अध्याय शुरू हो रहा है। रिकिग्नेशन ऑफ प्रायर लर्निंग (आरपीएल) प्रोग्राम के तहत अब इंडस्ट्री में काम कर रहे अनुभवी कर्मियों को डिग्री कोर्स करवाए जाएंगे। वे एफआईए में आयोजित समारोह की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। इस अवसर जेबीएम ग्रुप के 15 कर्मियों का बी. वॉक कोर्स में पंजीकरण करके शुरुआत की गई। श्री राज नेहरू ने कहा कि इस प्रोग्राम से उद्योग और शिक्षा जगत में एक नया रिश्ता जुड़ेगा।
इस कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे हरियाणा के उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आनंद मोहन शरण ने इसे शिक्षा और उद्योग के क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक पहल बताया। उन्होंने कहा कि इसकी सफलता के बाद देश भर में इंडस्ट्री में काम कर रहे कर्मियों में डिग्री और डिप्लोमा करने की होड़ लगेगी। इससे उद्योग जगत को लाभ होगा। आनंद मोहन शरण ने कहा कि इससे उद्योग का उत्पादन और गुणवत्ता दोनों बढ़ेंगे। साथ ही प्रदेश और देश की अर्थव्यवस्था में भी इसका बड़ा योगदान होगा। श्री आनंद मोहन शरण ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के स्किल इंडिया अभियान और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लिए महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं। बेरोजगार युवाओं को कौशल प्रदान करने के उद्देश्य से श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय और हरियाणा राज्य औद्योगिक विकास निगम मिल कर स्किल सेंटर चलाएंगे।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने फरीदाबाद इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के स्किल सेंटर को कौशल विश्वविद्यालय द्वारा संचालित करने की घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अब अनुभव पर आधारित शिक्षा और योग्यता का दौर शुरू होगा। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने देश में यह पहल की है। अनुभव अर्जित करने वालों के लिए यह बड़ा अवसर है। उन्होंने कहा कि मनुष्य पूरा जीवन सीखता है, लेकिन कौशल विश्वविद्यालय इस अनुभव को शैक्षणिक मान्यता देगा। इससे सीखने का नया मानक मिलेगा और अनुभवी लोगों में कुछ नया करने का उत्साह भी जगेगा। श्री नेहरू ने कहा कि हर कौशल की एक सीमा है और समय के साथ उसका अपग्रेडेशन बहुत आवश्यक है। आरपीएल इसी उद्देश्य को पूरा करेगा। इससे इंडस्ट्री में गुणवत्ता आएगी और उत्पादन भी बढ़ेगा। देश और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने की दृष्टि से यह अत्यंत महत्वपूर्ण है। इंडस्ट्री में काम कर रहे लोगों की स्किल बढ़ेगी तो उनकी आमदन भी बढ़ेगी। उनको करियर में बड़ी ऊंचाइयां छूने के अवसर मिलेंगे।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने कहा कि देश में करोड़ों युवा उच्चतर शिक्षा तक नहीं पहुंच रहे। हम आरपीएल के माध्यम से उनको उच्चतर शिक्षा के मॉडल में ला सकते हैं। देश के ग्रॉस इनरोलमेंट रेशो को बढ़ाने में आरपीएल सबसे बड़ा हथियार बनेगा। 10वीं और बारहवीं पास कर्मियों को नौकरी के दौरान ही ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट बनाया जा सकेगा। साथ ही इससे देश में अन्वेषण और उत्पादन बढ़ेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की अर्थव्यवस्था को जिस पायदान पर ले जाना चाहते हैं, उसके लिए आरपीएल महत्वपूर्ण है।
जेबीएम ग्रुप के चेयरमैन बी.बी. गुप्ता ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय अर्न एंड लर्न की महत्वपूर्ण अवधारणा पर काम कर रहा है। इंडस्ट्री के लिए आरपीएल बेहद कारगर साबित होगा। इससे औद्योगिक क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाए जाने में सहायता मिलेगी। इस प्रोग्राम के लिए उन्होंने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू की प्रशंसा की और उनका धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि इंडस्ट्री हमेशा कुशल कारीगर चाहती है। आरपीएल इसमें बड़ा योगदान देगी। श्री अग्रवाल ने कहा कि हरियाणा सरकार को आरपीएल को और अधिक बढ़ावा देना चाहिए ताकि देश के औद्योगिक क्षेत्र को प्रोत्साहित किया जा सके।
इससे पूर्व विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर आर. एस. राठौड़ ने अतिथियों का स्वागत किया, जबकि डीन एकेडमिक प्रोफेसर ज्योति राणा ने उच्चतर शिक्षा में आरपीएल के महत्व पर प्रकाश डाला। जेबीएम ग्रुप के कौशल विकास प्रमुख राजीव शर्मा ने अतिथियों का आभार ज्ञापित किया।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की ओर से मुख्य अतिथि अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आनंद मोहन शरण और कुलपति श्री राज नेहरू को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। राष्ट्रगान और देशहित के संकल्प के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस अवसर पर
फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र अग्रवाल, जेबीएम के चेयरमैन बीबी गुप्ता और फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन से जुड़े कई उद्योगपति भी उपस्थित रहे। डीन एकेडमिक प्रोफेसर ज्योति राणा, संयुक्त निदेशक विनीत सूरी, संयुक्त निदेशक अमार खान, प्रोफेसर संजय राठौर, डिप्टी डायरेक्टर डॉ. वैशाली, प्रोग्राम मैनेजर एसके आनंद, सहायक उप निदेशक डॉ. नीता, ओएसडी संजीव तायल, अनिल जांगड़ा व शिखा गुप्ता समेत कई शिक्षक और अधिकारी भी मौजूद रहे।