Faridabad NCR
वर्क फ्रॉम होम का लालच देकर देशभर में साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए साइबर थाना एनआईटी ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : डीसीपी मुख्यालय नीतीश कुमार अग्रवाल के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए साइबर थाना एनआईटी प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत की टीम ने वर्क फ्रॉम होम के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इस मामले में अभी दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी बकाया है जिन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में प्रभात तथा ओमप्रकाश का नाम शामिल है। दोनों आरोपी बिहार के रहने वाले हैं और फिलहाल दिल्ली के रोहिणी एरिया में रह रहे थे। आरोपी प्रभात इस गिरोह का मुख्य आरोपी है जो रोहिणी एरिया में अपना कॉल सेंटर चलाता था। आरोपी घर बैठे पैसे कमाने का लालच देकर लोगों को साइबर ठगी के जाल में फंसाते थे। आजकल के डिजिटल युग में हर कोई घर बैठे ऑनलाइन पैसा कमाना चाहता है क्योंकि यह पैसे कमाने का एक आसान जरिया है। बहुत सारे ऐसे कार्य है जो जिसको घर बैठे ऑनलाइन माध्यम से पूरा करके पैसे कमाए जा सकते हैं परंतु कुछ साइबर ठग इसका गलत फायदा उठाकर भोले भाले लोगों के साथ धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देते हैं। इसी प्रकार की वारदात को अंजाम देते हुए आरोपियों ने फरीदाबाद की एक महिला के साथ ₹127000 की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। महिला ने इसकी शिकायत साइबर थाने में दी जिसके पश्चात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई। आरोपियों की धरपकड़ के लिए इंस्पेक्टर बसंत के नेतृत्व में साइबर टीम का गठन किया गया जिसमें उप निरीक्षक अर्जुन, एसआई भूपेंदर, नीरज, नरेंद्र, प्रधान सिपाही वीरपाल, महिला सिपाही प्रीति, सिपाही अमित तथा अंशुल का नाम शामिल था। साइबर टीम ने तकनीकी की सहायता से कड़ी मशक्कत करते हुए उक्त आरोपियों को दिल्ली एनसीआर एरिया से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी फेसबुक पर वर्क फ्रॉम होम करने के लिए विज्ञापन डालते हैं और उस पर अपना व्हाट्सएप नंबर देकर उस पर संपर्क करने के लिए कहते हैं। विज्ञापन को देखकर किसी भी व्यक्ति के मन में घर बैठे पैसे कमाने का लालच आ सकता है। इसी लालच में फंसकर जब व्यक्ति दिए गए नंबर पर संपर्क करता है तो आरोपी उसे महंगे महंगे सपने दिखाते हैं और घर बैठे हर महीने हजारों रुपए कमाने का लालच देकर अपने जाल में फंसा लेते हैं जिसके पश्चात वह रजिस्ट्रेशन फीस, ईसीएस चार्ज, जीएसटी, कोरियर चार्ज, इंश्योरेंस आदि के नाम पर बार-बार पैसे ऐंठते रहते हैं। आरोपियों ने इसी प्रकार फरीदाबाद की रहने वाली महिला के साथ साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपियों के कब्जे से 14 मोबाइल फोन, 13 सिम कार्ड तथा ₹64000 नकद बरामद किए हैं।
तकनीकी की सहायता से पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों ने पूरे देश में इस प्रकार साइबर ठगी की 1784 वारदातों को अंजाम दिया है जिसमें हरियाणा की 59 वारदातें शामिल है। इसके अलावा इसमें उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 563, राजस्थान में 212, तेलंगाना 141, दिल्ली 138, महाराष्ट्र तथा गुजरात की 101 मुख्य वारदातें शामिल है। पुलिस पूछताछ पूरी होने के पश्चात दोनों आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है और मामले में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है जिन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।