Connect with us

Faridabad NCR

जे.सी. बोस विश्वविद्यालय ने नये डिजिटल लाइब्रेरी पोर्टल का किया शुभारंभ

Published

on

Spread the love

Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 2 मार्च कोरोनावायरस महामारी के कारण लॉकडाउन की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर, जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने अपने ई-संसाधनों के पहुंच की प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए नए डिजिटल लाइब्रेरी पोर्टल की शुरूआत की है। दीन दयाल उपाध्याय केन्द्रीय पुस्तकालय द्वारा शुरू की गई ई-लाइब्रेरी विद्यार्थियों, शोधार्थियों तथा शिक्षकों को सभी आवश्यक शिक्षण सामग्री ई-संसाधनों के माध्यम से उपलब्ध करवायेगी। ई-लाइब्रेरी पोर्टल को सिंगल विंडो सर्च की सुविधा के साथ विकसित किया गया है। इस पोर्टल का उद्देश्य सभी शिक्षण संसाधनों और प्रत्येक अन्य प्रासंगिक सामग्री ई-संसाधनों के रूप में उपयोगकर्ताओं उपलब्ध करवाकर उनके समय और प्रयासों को बचाना है।
कुलपति प्रो दिनेश कुमार ने विश्वविद्यालय के केन्द्रीय पुस्तकालय की पहल की सराहना करते हुए कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के वर्तमान युग में, डिजिटल लाइब्रेरी शैक्षिक और अनुसंधान प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह विद्यार्थियों और शिक्षकों को सामान्य सूचना संसाधनों को साझा करने और व्यापक श्रेणी की सामग्रियों का लाभ उठाने में सक्षम बनाती है। उन्होंने विद्यार्थियों को ई-संसाधनों का सही उपयोग करने और घर से अपना अध्ययन जारी रखने का आग्रह किया।
विश्वविद्यालय के लाइब्रेरियन डाॅ. पी.एन. बाजपेयी ने बताया कि पांच लाख से ज्यादा ई-संसाधन वाले विश्वविद्यालय के ई-लाइब्रेरी पोर्टल पर 10 हजार से अधिक पत्रिकाएँ शामिल हैं जिनमें एल्सेवियर साइंस डायरेक्ट, आईईईई, सिं्प्रगर लिंक, टेलर एंड फ्रांसिस आदि शामिल है। इसके अलावा, ईबीएससीओ, मैकग्रा-हिल, पियरसन आदि सहित 20 हजार से ज्यादा ई-बुक्स; दो लाख से ज्यादा थीसेसए 80 हजार से ज्यादा वीडियो लेक्चर, 100 से ज्यादा पत्रिकाएँ; 1000 से ज्यादा एक्पर्ट लेक्चर, 2000 से ज्यादा हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी में साहित्यिक कार्य; 70 से ज्यादा समाचार प्रकाशन की सुर्खियां और संकाय नोट्स उपलब्ध है। ई-लाइब्रेरी को विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध पुस्तकालय अनुभाग के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright © 2024 | www.hindustanabtak.com