Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 27 जनवरी। जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के संचार और मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग ने आज समाज सेवा और सामाज कार्य की अवधारणा पर एक विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया।
विशेषज्ञ व्याख्यान कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र हरियाणा के सामाज कार्य विभाग के सेवानिवृत्त अध्यक्ष प्रो सी.पी सिंह द्वारा दिया गया था। संचार मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग के अध्यक्ष डॉ. पवन सिंह ने अतिथि को पौधा भेंट कर स्वागत किया। सत्र का संचालन सहायक प्रोफेसर डॉ. अखिलेश त्रिपाठी एवं सहायक प्रोफेसर डॉ. के एम ताबिश की देखरेख में किया गया। बी.एस.डब्ल्यू दुसरे और चौथे सेमेस्टर के छात्रों ने विशेषज्ञ व्याख्यान में भाग लिया।
अपने संबोधन में मुख्य वक्ता प्रोफेसर सीपी सिंह ने व्यक्तिगत कल्पना के बारे में कहा कि कैसे व्यक्तिगत कल्पना प्रत्येक के लिए अलग-अलग होती है। सामाजिक कार्यकर्ता मानवाधिकारों और सामाजिक न्याय की अवधारणाओं पर अपना अभ्यास करने के लिए बाध्य हैं। समाज कार्य मूल्य प्रत्येक व्यक्ति और समाज के लिए बुनियादी हैं। उन्होंने भारत में समाज कार्य के इतिहास की भी व्याख्या की। वर्ष 1936 भारत में सामाजिक कार्य शिक्षा की स्वर्णिम शुरुआत का प्रतीक है जब बंबई में सर दोराबजी टाटा ग्रेजुएट स्कूल ऑफ सोशल वर्क की स्थापना हुई और औपचारिक प्रशिक्षण शुरू हुआ। वह मानव मनोविज्ञान, समाज कार्य, समाज सेवा और समाज कल्याण की अवधारणाओं के बारे में भी बात करते हैं।
अंत में, छात्रों और विशेषज्ञ वक्ता सीपी सिंह के बीच प्रश्नोत्तर सत्र हुआ। ज्ञान और आशीर्वाद साझा कर छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए बैचलर ऑफ सोशल वर्क के छात्रों द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ सत्र समाप्त हुआ।