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Faridabad NCR

बैंगलोर के मूर्तिकार की पीतल व कांसे के मिश्रण से बनी मूर्तियां पर्यटकों का खींच रहीं है ध्यान

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 13 फरवरी। 36 वें सूरजकुंड अंतरराष्टï्रीय शिल्प मेला में बुनकरों तथा शिल्पियों के अलावा मूर्तिकारों की विभिन्न मुद्राओं में देवी-देवताओं की आकर्षक मूर्तियां भी पर्यटकों का बरबस ही अपनी ओर ध्यान खींच रही हैं। बैंगलोर के मूर्तिकार की द्बपीतल व कांसे की धातुओं से बनी मूर्तियों के स्टॉल 938 पर पर्यटक इन मूर्तियों के साथ सेल्फी लेने के साथ-साथ खरीददारी में भी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
बैंगलोर के शिल्पकार राकेश कुमार व हरकिशन मूर्तिकला के कार्य को आगे बढा रहे हैं। राकेश कुमार ने बताया कि उन्होंने 17 वर्ष की आयु से ही दिल्ली व अन्य स्थानों पर मूर्ति की दुकानों पर अपनी सेवाएं दी, जिसके उपरांत उन्होंने मूर्तिकला को अपनाकर अपना कार्य शुरू किया। अब वे अपने बड़े भाई हरकिशन के साथ मिलकर मूर्तिकला का कार्य कर रहे हैं तथा अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध करवा रहे हैं। उनका परिवार खेती के व्यवसाय में लगा है, जिससे अलग हटकर उन्होंने अपना यह कार्य शुरू किया है। वे अपनी मूर्तियों की बिक्री प्रदर्शनी, शिल्प मेले इत्यादि के अलावा स्थानीय मार्किट में भी करते हैं। लोगों में इन मूर्तियों के प्रति गहरी दिलचस्पी देखने को मिल रही है।
इस स्टॉल पर श्रीकृष्ण, गणेश, बालाजी, भगवान विष्णु के अलावा अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां उपलब्ध हैं। इस स्टॉल पर 4 हजार रुपए से 1 लाख 50 हजार रुपए तक की मूर्तियां उपलब्ध हैं। राकेश कुमार इस शिल्प मेला में पहली बार अपनी मूर्तियां लेकर पहुंचे हैं तथा उन्हें पर्यटकों का अच्छा रिस्पोंस मिल रहा है।

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