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Faridabad NCR

प्रेरणा और प्रयास हैं समाज कार्य का दूसरा नाम : डॉ पवन सिंह

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 02 मार्च। समाज को संगठित रखने तथा आगे बढ़ने के लिए परस्पर सहयोग, सद्भाव और प्रेरणा की आवश्यकता है। समाज कार्य से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति का ये कर्तव्य है कि वो समाज को संवेदनशील बनाये तथा समसामयिक मुद्दों को कैसे हल किया जाये इस विषय पर जागरूक करे.वंचित, उपेक्षित, अपराधबोध ग्रस्त तथा पीड़ित वर्ग के विषयों को संवेदना से ही ठीक किया जा सकता है. यह विचार सेवा भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुधीर कुमार ने बतौर मुख्य वक्ता समाज कार्य पाठ्यक्रम, संचार एवं मीडिया तकनीकी विभाग,जे. सी. बोस विज्ञान  एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद तथा युवा एंड सेवा हरियाणा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय सोशल वर्क कॉन्क्लेव- चेंज मेकर्स असेंबली में कहें।

कार्यक्रम की जानकारी देते हुए संचार एवं मीडिया तकनीकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर पवन सिंह ने बताया विभाग द्वारा आयोजित सोशल वर्क कॉन्क्लेव में देश भर के 25 से अधिक समाज कार्य संगठन सोशल वर्क के छात्रों के साथ चर्चा की और समाज कार्य क्षेत्र के अनुप्रयोग पर विमर्श किया। उद्घाटन सत्र में जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा फ़रीदाबाद के गुलाब चंद बैद्य मुख्य अतिथि तथा राष्ट्रीय सेवा भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुधीर कुमार मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित हुए।  गुलाब चंद बैद्य ने बतौर मुख्य अतिथि कहा कि स्वयं से पहले समाज का हित चिंतन ही समाज कार्य  क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रकार है।  जैसे सेना के वीर जवान सर्विस बिफोर सेल्फ यानी स्वयं से पहले देश सेवा को रखते है अगर ऐसा प्रत्येक नागरिक चिंतन और आचरण करें तो समाज एक बेहतर दिशा में आगे बढ़ेगा। अपने अध्यक्षीय  भाषण में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने कहा कि समाज कार्य सिर्फ इस क्षेत्र से जुड़े हुए विद्यार्थियों, अध्यापकों तथा संगठनों की ही जिम्मेदारी नहीं है अपितु हर व्यक्ति को इसे समझना तथा अपना चाहिए. ये व्यक्तियों से लेकर बेजुबानों तक सबके प्रति हमारा समर्पण होना चाहिए। बेजुबानों की आवाज बन कर, पीड़ित को  न्याय दिला कर समाज को एक जुटता  बढ़ना चाहिए.
इसके बाद सेशन-1 में मुख्य वक्ता महावीर इंटरनेशनल एनजीओ से अजीत सिंह पटवा ने छात्रों को विश्व भर में प्रयोग होने वालों सोशल वर्क प्रैक्टिस के विषय में विस्तार से बताया। उन्होंने समसामयिक विषय मेन्टल हेल्थ पर विशेष चर्चा की तथा इसे कैसे बेहतर बनाया जाए इसके उपाय भी बताये. इस सत्र की अध्यक्षता डॉ. ख़ालिद मोहम्मद ताबिश, सहायक प्राध्यापक, समाज कार्य करेंगे।
सेशन-2 में मुख्य वक्ता नेशनल रूरल लाइवलीहुड मिशन हिसार से वीरेंद्र सिंह थे. उन्होंने ह्यूमन ट्रैफिकिंग तथा ट्रांसजेंडर की मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की. सत्र की अध्यक्षता डॉ. अखिलेश त्रिपाठी, सहायक प्राध्यापक, समाज कार्य करेंगे।
कार्यक्रम के समापन सत्र में मुख्य वक्ता उत्तर क्षेत्र सेवा प्रमुख कृष्ण थे. उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि समाज कार्य को आगे बढ़ाने में शैक्षणिक संस्थानों तथा समाजसेवी संगठनों को मिलकर एक दिशा में प्रयास करने चाहिए। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के आदर्श ‘चरैवेति चरैवेति’ जिक्र करते हुए कहा कि समाज कार्य की दिशा में रुकना नहीं है। देश को आगे लेकर जाने में प्रत्येक नागरिक को अपनी भूमिका का निर्वहन करने में पीछे नहीं रहना चाहिए। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार गर्ग समापन सत्र की अध्यक्षता की  और समाज कार्य पाठ्यक्रम को अपना साधुवाद दिया। इस कार्यक्रम का आयोजन फैकल्टी ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड मीडिया स्टडीज के डीन प्रो. अतुल मिश्रा के दिशा निर्देशन में किया गया।

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