Faridabad NCR
जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के संचार एवम मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग के विद्यार्थियों के लिए 3 दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : जे.सी. बोस विश्वविधालय के संचार एवम मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग के स्नातक अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए 3 दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया गया। भ्रमण केa दौरान विद्यार्थियों को चंडीगढ़ व पंचकूला भेजा गया जहां विद्यार्थियों ने उनके कार्य क्षेत्र से जुड़े विभिन्न संस्थानों का दौरा किया। जानकारी देते हुए विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. पवन सिंह ने बताया कि भ्रमण के प्रथम दिन विद्यार्थियों ने चंडीगढ़ स्तिथ समाचार चैनल का दौरा किया जहां विद्यार्थियों ने एक समाचार चैनल में होने वाली सभी गतिविधियों को जाना व उनके बारे में सीखा। भ्रमण के दूसरे दिन विद्यार्थियों ने हरियाणा एवम पंजाब की विधानसभाओं का भी दौरा किया जहां पर विद्यार्थियों ने विधानसभा की कार्रवाई, प्रश्नकाल, शून्यकाल के साथ साथ विधानसभा की रिपोर्टिंग सहित कई पहलुओं के बारे में जानकारी हासिल की। तत्पश्चात भ्रमण के दौरान दौरान विद्यार्थियों के लिए फोटोग्राफी विषय पर एक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया जिसमें दैनिक ट्रिब्यून के सीनियर फोटोजर्नलिस्ट प्रदीप तिवारी ने विद्यार्थियों को फोटोग्राफी के विभिन्न गुर सिखाए उन्होंने फोटोग्राफी में करियर कैसे बनाएं विषय पर भी विद्यार्थियों को टिप्स दिए।
भ्रमण के अंतिम दिन विद्यार्थियों ने चंडीगढ़ स्थित महेंद्रा जूलॉजीकल पार्क, रॉकगार्डन, सुखना झील, लाइट एंड साउंड शो, पिंजौर उद्यान, आदि का भी भ्रमण किया। विभागाध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया कि इस भ्रमण में स्नातक अंतिम वर्ष के 40 विद्यार्थी विभाग में सहायक प्राध्यापक डॉ. सोनिया हुडा व डॉ. सुधीर की देख- रेख में शामिल हुए थे। उन्होंने बताया कि शैक्षणिक भ्रमण हर पाठ्यक्रम का अनिवार्य अंग होते हैं। शैक्षणिक भ्रमण से विद्यार्थी कक्षा के माहौल से बाहर निकल कर धरातल पर क्या चल रहा है के बारे में सीखता है। इसी लिए विभाग विद्यार्थियों के लिए समय-समय पर ऐसे आयोजन करता रहता है। वहीं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने भी विभाग को इस शैक्षणिक भ्रमण के आयोजन के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए हर संभव सहायता करता है। इस प्रकार के भ्रमण विद्यार्थियों के व्यावहारिक ज्ञानवर्धन के लिए उपयोगी सिद्ध होते हैं।