Chandigarh
डॉ. रंजना अग्रवाल ने किया ‘अभिसार’ का विमोचन
Chandigarh Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : चंडीगढ़ की शिक्षाविद सारिका धूपड़ द्वारा लिखित ‘अभिसार’ नामक हिंदी कविता संकलन का विमोचन किया गया है। ‘अभिसार’ पांच खंडों में विभाजित 55 कविताओं का संग्रह है। इसमें मानवीय भावनाओं, संबंधों और विचारों का एक अभिसरण है। कविताओं का यह भाव इस पुस्तक की सार्थकता को स्थापित करता है। ज़्यादातर कविताएं हिंदुस्तानी में लिखी गई हैं। यह सारिका धूपड़ द्वारा लिखित पहली पुस्तक है, जो गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर 16 में चंडीगढ़ में जीव विज्ञान पढ़ाती हैं।
राष्ट्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी और विकास अध्ययन संस्थान, नई दिल्ली की निदेशक डॉ. रंजना अग्रवाल ने इस पुस्तक का विमोचन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह कविताएं वर्तमान समय की प्रतिनिधि हैं और मानवीय गुणों और कमजोरियों को दर्शाती हैं।
डॉ. रंजना अग्रवाल ने कवियित्री सारिका धूपड़ के लेखन की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने अभिव्यंजना शिल्प की दृष्टि से उत्कृष्ट रचनाएं लिखी हैं। इन्हें पढ़ कर लगता है कि शायद हम इन संवेदनाओं से ओतप्रोत रहे हैं।
डॉ. अग्रवाल ने कविताओं की सराहना करते हुए सारिका से विज्ञान की पढ़ाई पर कुछ ऐसी कविताएँ लिखने को कहा, जिससे छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि पैदा हो सके और जो छात्रों के लिए विज्ञान को आसान बना सके। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि हिंदी और उर्दू की कवयित्री डॉ. ज्योत्सना सिंह और डॉ. पी.एल. सोनी ने भी सारिका धूपड़ के लेखन की सराहना की। साहित्यकार डॉ. नीर कंवलमणि ने कवि के रूप में उनकी यात्रा, लेखन की शैली, कविताओं में प्रयुक्त भाषा और उनकी प्रेरणा पर सार्थक चर्चा की। सारिका ने कुछ प्रतिनिधि कविताओं जैसे ‘पापा की गुड़िया’, ‘तन्हा मुखौटे’ आदि का भी पाठ किया। इस कार्यक्रम का संचालन फरीदाबाद की एक शिक्षाविद शालिनी तुली ने किया।