Faridabad NCR
लूट के मुकदमे में 5 साल से फरार चल रहे 5000 के दो इनामी बदमाशों को क्राइम ब्रांच 56 ने किया गिरफ्तार
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : डीसीपी क्राइम मुकेश कुमार मल्होत्रा के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच 56 प्रभारी सुंदर सिंह की टीम ने लूट के मामले में 5 वर्षों से फरार चल रहे 5000 के दो इनामी बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इस मामले में पुलिस 7 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है यह दो आरोपी काफी समय से फरार चल रहे थे जिन्हें अभी गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में अकबर तथा जाहिद का नाम शामिल है। दोनों आरोपी मेवात जिले के नई गांव के रहने वाले हैं और दोनों भाई हैं। अप्रैल 2018 में सैक्टर 58 थाने में लूट, अवैध हथियार तथा षड्यंत्र की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमें आरोपियों ने आंध्र प्रदेश के रहने वाले एक व्यक्ति के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया था। दरअसल पीड़ित व्यक्ति के व्हाट्सएप पर मैसेज आया कि फरीदाबाद में एक क्रेटा गाड़ी बिकाऊ है। पीड़ित ने आरोपियों के साथ फोन पर बातचीत की जिन्होंने उन्हें गाड़ी खरीदने के लिए आंध्र प्रदेश से फरीदाबाद बुलाया। पीड़ित अपने मामा के साथ हवाई जहाज से दिल्ली पहुंचा और वहां से फरीदाबाद आ गया। फरीदाबाद पहुंचकर उन्होंने आरोपियों के साथ संपर्क किया तो आरोपी उन्हें अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी में बैठाकर उनके साथ बातचीत करते करते उससे हथीन की तरफ ले गए जहां पर स्कॉर्पियो गाड़ी में पांच साथी और आ गए। आरोपियों ने पीड़ित को कट्टा दिखाकर डराया और उनके साथ मारपीट करके उनसे 4.60 लाख रुपए तथा 1 मोबाइल वह 2 घड़ी लूटकर उन्हें गाड़ी से नीचे फेंककर भाग गए। पीड़ित ने इसकी शिकायत थाने में दी जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज करके आरोपियों की तलाश शुरू की गई। पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए आरोपी जगह बदल बदलकर रहने लगे। आरोपियों की धरपकड़ के लिए इनपर 5000 का इनाम घोषित किया गया और दिसंबर 2020 में माननीय अदालत द्वारा दोनों आरोपियों को कोर्ट से पीओ घोषित करके उनकी धरपकड़ करने के आदेश दिए गए। मामले में आगे कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कल उक्त आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में पुलिस ने 7 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था जिनके कब्जे से 1.80 लाख रुपए बरामद किए जा चुके हैं। पुलिस पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है।