Faridabad NCR
सीवी रमन के नोबेल पुरस्कार से जुड़े रोचक तथ्यों पर हुई चर्चा
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 21 मार्च। जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के भौतिकी विभाग ने आज ‘भौतिकी में नोबेल पुरस्कार के लिए रमन की खोज की कहानी’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया, जिसे पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के पूर्व कुलपति प्रो अरुण कुमार आमंत्रित वक्ता रहे।
उन्होंने सर चंद्रशेखर वेंकट रमन की यात्रा और नोबेल पुरस्कार के लिए उनके दृढ़ संकल्प के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने अपने व्याख्यान की शुरुआत सर जे.सी. बोस की वैज्ञानिक यात्रा और आधुनिक विज्ञान में उनके योगदान से की। उन्होंने कहा कि जे.सी. बोस की रुचि केवल शोध में थी और उन्होंने इस वैज्ञानिक आविष्कार के पेटेंट या नोबेल पुरस्कार के लिए कभी दावा नहीं किया जबकि सीवी रमन ने नोबेल पुरस्कार के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिकों को चुनौती दी।
प्रो. ग्रोवर ने सी. वी. रमन के नोबेल पुरस्कार से जुड़े दिलचस्प तथ्यों को रखा। उन्होंने कहा कि सीवी रमन न केवल अपने समय के विज्ञान के शीर्ष पायदान पर एक बहुत ही प्रतिभाशाली भौतिक विज्ञानी थे, बल्कि उन्हें कलकत्ता विश्वविद्यालय में साथी वैज्ञानिकों एवं संरक्षकों का भी समर्थन प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने काम की गुणवत्ता पर भी बहुत भरोसा था और नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकन के लिए यूरोपीय और अमेरिकी वैज्ञानिकों से संपर्क करने में उन्होंने बिल्कुल संकोच नहीं किया।
कुलपति प्रो एस के तोमर ने प्रो. ग्रोवर द्वारा विज्ञान से जुड़े रोचक तथ्यों को विद्यार्थियों के समक्ष रखने के लिए उनका धन्यवाद किया तथा विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में भौतिकी विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। इससे पहले भौतिकी विभाग की अध्यक्षा डॉ. अनुराधा शर्मा ने आमंत्रित वक्ता का स्वागत किया और विद्यार्थियों को विज्ञान के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. मनीषा गर्ग ने धन्यवाद ज्ञापित किया।