Faridabad NCR
महारानी वैष्णोदेवी मंदिर में पांचवें नवरात्रे पर मां स्कंद माता की भव्य पूजा की गई
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : महारानी वैष्णोदेवी मंदिर तिकोना पार्क में पांचवें नवरात्रे पर मां स्कंद माता की भव्य पूजा की गई। इस अवसर पर हरियाणा के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने वैष्णोदेवी मंदिर में पहुंचकर स्कंद माता की भव्य पूजा अर्चना में शामिल होकर अपनी हाजिरी लगाई। श्री शर्मा ने माता के दरबार में प्रवज्जलित ज्योत में अपनी आहुति डाली तथा काफी समय तक मंदिर में रहकर पूजा अर्चना में ध्यान लगाया। इस अवसर पर राज्य के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि नवरात्रों के इस विशेष आयोजन में माता रानी की पूजा अर्चना करने से इंसान को अदृश्य शक्ति मिलती है। इसलिए लोगों को हमेशा से बढ़ चढक़र पूजा अर्चना में हिस्सा लेना चाहिए।
श्री शर्मा ने कहा कि वैष्णोदेवी मंदिर में माता रानी की पूजा करने का उन्हें सौभागय मिला है, इसके लिए वह मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया का आभार व्यक्त करते हैं। इस अवसर पर श्री भाटिया ने कैबिनेट मंत्री का स्वागत किया तथा उन्हें भेंट स्वरूप माता रानी की चुनरी एवं प्रसाद दिया तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। स्कंद माता की पूजा अर्चना के अवसर पर श्री शर्मा के साथ विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय पदाधिकारी रमेश गुप्ता, नगर निगम के पार्षद मनोज नासवा एवं हरिकृष्ण विशेष रूप से उपस्थित थे। श्री भाटिया ने इन सभी का जोरदार तरीके से स्वागत किया।
पांचवे नवरात्रों के इस शुभ अवसर पर मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने उपस्थित श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए मां की महिमा का बखान किया। उन्होंने श्रद्धालुओं को बताया कि जब देवी पार्वती भगवान स्कंद की माता बनीं, तब माता पार्वती को देवी स्कंदमाता के रूप में जाना गया। वह कमल के फूल पर विराजमान हैं, और इसी वजह से स्कंदमाता को देवी पद्मासना के नाम से भी जाना जाता है। देवी स्कंदमाता का रंग शुभ्र है, जो उनके श्वेत रंग का वर्णन करता है। जो भक्त देवी के इस रूप की पूजा करते हैं, उन्हें भगवान कार्तिकेय की पूजा करने का लाभ भी मिलता है।
भगवान स्कंद को कार्तिकेय के नाम से भी जाना जाता है। माँ अपने ऊपरी दो हाथों में कमल के फूल रखती हैं। वह अपने एक दाहिने हाथ में बाल मुरुगन को और अभय मुद्रा में है। भगवान मुरुगन को कार्तिकेय और भगवान गणेश के भाई के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने श्रद्धालुओं को बताया कि मां स्कंद का मातृत्व रूप है तथा उन्हें केले का फल अति प्रिय है और मां को हरा रंग भी बेहद पसंद है। श्री भाटिया ने सभी भक्तों को नवरात्रों के पावन पर्व की शुभकामनाएं भी दीं।