Faridabad NCR
उद्देश्यपूर्ण जीवन व समाज अनुभूति की प्रेरणा देते हैं ऐसे शिविर : प्रो. सविता भगत
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 30 मार्च। समाज कार्य प्रायोगिक गतिविधि है जिसने सामाजिक तानाबाना समझ कर नित नये प्रयोग संभव है। ऐसे शिविर समाजकार्यकर्ताओं कोप्रैक्टिकल एक्सपोज़र देता है। शिविर में मिले अनुभव को छात्रों ने जीवन और आगे प्रोफेशनल करियर में प्रयोग करना चाहिए।यह बतौरमुख्यवक्ता प्रो. सविता भगत, प्राचार्य, डीएवी सेंट नरी कॉलेज, फरीदाबाद ने समाजकार्य पाठयक्रम, संचार एवं मीडिया तकनीकीविभाग,जे. सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फ़रीदाबाद द्वारा ग्राम सीकरी में आयोजित सात दिवसीय समाज कार्यशिविर के समापन सत्र में कहें।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए संचार एवं मीडिया तकनीकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर पवन सिंह ने बताया विभाग द्वारा आयोजितसात दिवसीय समाज कार्य शिविर बीएसडब्लू वितीय वर्ष के छात्रों के लिए ग्रामीण शैक्षिक शिविर पाठ्यक्रम के एक अनिवार्य भाग केरूप में आयोजित किया गया था, जो छात्रों को समूह कार्य, टीम भावना और ग्रामीण जीवन के विभिन्न आयामों को सीखने में सक्षमबनाता है।कार्यक्रम की शुरुआत 24 मार्च को ग्राम सीकरी में 3 पेड़ (त्रिवेणी) लगाकर की गई।समापन सत्र में कार्यक्रम के मुख्यअतिथि फ्लेम्स के डीन प्रो. अतुल मिश्रा थे। उन्होंने छात्रों को समाज के बारे में अधिक जानने और इसके विकास में योगदान करने केलिए प्रोत्साहित किया और कहा कि जीवन जीने की कला ग्रामीण परिवेश से सीखी जा सकती। उन्होंने कहा कि विज्ञान के युग में छात्रोंको समाज कल्याण की गतिविधियों में भाग लेते देखकर मुझे प्रसन्नता होती है, इसके लिए उन्होंने डॉ. पवन सिंह को गतिशील नेतृत्व केलिए बधाई दी।
डॉ. पवन सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा कि युवा देश के भविष्य है ऐसे में छात्रों को 2047 के भारत हेतु अपने को अभी से तैयार करनाहोगा जिससे हम स्वर्णिम भारत के लक्ष्य को प्राप्त कर सकें।डॉ. पवन सिंह ने बताया इन इन सात दिनों में छात्रों ने ग्रामीण जीवन और समाज के प्रत्येक आयाम का गहराई से अध्ययन करने किया।शिविर में राम फाउंडेशन की संस्थापक श्रीमती नमृता नारायण द्वारा “उद्यमिता” पर विशेषज्ञ व्याख्यान दिया गया। शिविर में सूरजप्रकाश आरोग्य केंद्र ने सामाजिक कार्य के छात्रों (संचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग) के सहयोग से सीकरी गांव में नि:शुल्कचिकित्सा स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन किया। शिविर में छात्रों ने गांव में जाकर नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से ग्रामीणों कोमहिला सशक्तिकरण का संदेश दिया। गांव की महिलाओं ने भी छात्रों से अपनी समस्यों पर चर्चा की।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने मीडिया विभाग को इस सुंदर शिविर के आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा किविश्वविद्यालय छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है इस प्रकार के शिविर का आयोजन विश्वविद्यालय की इसी प्रतिबद्धता केपरिणाम है। कार्यक्रम के अंत में सीकरी गाँव के सरपंच विवेक ने मीडिया विभाग और विश्वविद्यालय प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
शिविर के सात दिनों के दौरान, छात्रों को ग्रामीणों के साथ बातचीत करने, उनकी जीवन शैली और संस्कृति को समझने और विभिन्नशिक्षण परियोजनाओं पर काम करने का, ग्रामीण विकास, सोशल मैपिंग, सामाजिक तानाबाना, रूरल अप्लिफ़्टमेंट में स्कूल, हॉस्पिटल, आँगनवाडी और पंचायत सिस्टम की भूमिका और दायित्व को प्रयोगों से समझने का अवसर मिला। उन्होंने विभिन्न शैक्षिक औरमनोरंजक गतिविधियों में भी भाग लिया जिससे उन्हें नए कौशल विकसित करने और अपने क्षितिज को व्यापक बनाने में मदद मिली।