Faridabad NCR
रात 12 बजे बल्लबगढ़ बस स्टैंड पर बैठी महिला के पास घर जाने के लिए नहीं थे पैसे, पुलिस ने सरकारी गाड़ी में बैठाकर सुरक्षित पहुंचाया घर
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए शुरू की गई पहल रंग ला रही है। पुलिस आयुक्त ने कुछ महीने पहले नई पहल शुरू की थी जिसमें उन्होंने रात के समय किसी कारणवश रास्ते में अटकी महिला को फरीदाबाद पुलिस द्वारा सुरक्षित उसके घर तक छोड़कर आने के निर्देश दिए गए थे। इसी के तहत फरीदाबाद पुलिस की ईआरवी गाड़ी नंबर 185 ने बल्लभगढ़ बस स्टैंड पर रात करीब 12:00 बजे छोटे बच्चे सहित बैठी एक महिला जिसके पास घर जाने का किराया नहीं था उसे गाड़ी में बैठाकर सुरक्षित उसके घर तक पहुंचाने का सराहनीय कार्य किया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा द्वारा शुरू की गई पहल आमजन के लिए मददगार साबित हो रही है। शहर में महिलाओं की सुरक्षा के लिए बहुत से कदम उठाए गए हैं जिसमें उन्हें सुरक्षित घर तक छोड़ कर आने की पहल भी बहुत सराहनीय है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गांव सदपुरा की रहने वाली एक महिला अपने छोटे बच्चे के साथ बल्लभगढ़ बस स्टैंड पर मौजूद थी जिसके पास किराए के पैसे नहीं थे और इसी कारण वह रो रही थी। उसे यह चिंता सता रही थी कि वह घर कैसे पहुंचेगी। पुलिस की ईआरवी 185 वहां पर गश्त कर रही थी जिसमें सिपाही अनिल व सुखबीर तथा महिला सिपाही मीनाक्षी मौजूद थे जिन्हें सूचना मिलते ही वह तुरंत मौके पर पहुंची और महिला के रोने का कारण पूछा जिसपर उसने बताया कि उसके पास घर जाने के पैसे नहीं है और रात का समय है इसलिए वह बहुत ज्यादा डरी हुई है। उसने बताया कि उसके पास छोटा बच्चा है और उसे नहीं पता कि वह घर कैसे पहुंचेगी। महिला की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस टीम ने सबसे पहले महिला को चुप कराया और उसकी सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए कहा कि पुलिस उसे सुरक्षित उसके घर तक छोड़कर आएगी और उससे किराया देने की भी आवश्यकता नहीं है। यह बात सुनकर महिला के चेहरे पर मुस्कान आ गई और उसने पुलिस टीम का धन्यवाद किया जिसके पश्चात पुलिस टीम उसे लेकर रात 1:30 बजे उसके गांव पहुंची और उसके घर तक उसे सुरक्षित छोड़कर आई। महिला व उसके परिजनों ने पुलिस टीम का धन्यवाद करते हुए कहा कि यदि पुलिस नहीं पहुंचती तो उसे नहीं पता कि वह अपने घर कैसे आती परंतु पुलिस टीम ने बहुत ही सुरक्षित तरीके से उसे उसके घर तक पहुंचाया है इसलिए वह पुलिस टीम का तहे दिल से धन्यवाद करते हैं।