Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : हरियाणा युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव चुन्नू राजपूत के बल्लभगढ़ स्थित कार्यालय पर महाराणा प्रताप जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई। इस दौरान सर्वप्रथम हवन यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमेें सभी युवाओं ने आहुति डाली, उसके उपरांतचुन्न राजपूत सहित अन्य युवा कांग्रेसियों ने महाराणा प्रताप के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित उन्हें नमन किया। इस अवसर पर चुन्नू राजपूत ने महाराणा प्रताप के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महाराणा प्रताप उदयपुर, मेवाड में सिसोदिया राजवंश के राजा थे। उनका नाम इतिहास में वीरता और दृढ प्रण के लिये अमर है। उन्होंने कई सालों तक मुगल सम्राट अकबर के साथ संघर्ष किया। महाराणा प्रताप सिंह ने मुगलों को कईं बार युद्ध में भी हराया। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप के शासनकाल में सबसे रोचक तथ्य यह है कि मुगल सम्राट अकबर बिना युद्ध के प्रताप को अपने अधीन लाना चाहता था इसलिए अकबर ने प्रताप को समझाने के लिए चार राजदूत नियुक्त किए , लेकिन राणा प्रताप ने चारों को निराश किया, इस तरह राणा प्रताप ने मुगलों की अधीनता स्वीकार करने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा के लिए उन्होंने अपने प्राणों की भी आहुति दे दी, ऐसे महान पराक्रमी योद्धा के जीवन से हम सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज के दिन हम सभी को उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लेते हुए सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ एकजुट होकर लडऩे का संकल्प लेना चाहिए। इस अवसर पर डा. बंटी रावत, रविन्द्र भड़ाना, संजय भाटी, बीरू भाटी, सुनील सिंह, टिंकेश भारद्वाज, डा. हरकेश चंदेल, रामकिशन राठौर, करण, अभिषेक पंडित, आजाद, रिषी भाटी, मुन्ना सिंह, प्रदीप आदि मौजूद थे।