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जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया गया
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 11 मई। जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन हरियाणा स्टेट काउंसिल फॉर साइंस, इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी द्वारा प्रायोजित किया गया था। कार्यक्रम का उद्देश्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश की उपलब्धियों और योगदानों पर चर्चा करना था।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सीमेंट और भवन सामग्री परिषद के महानिदेशक डॉ. एस.के. चतुर्वेदी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की, जबकि हारट्रॉन इनोवेशन एंड स्टार्ट-अप हब के पूर्व प्रमुख श्री राजीव गुलाटी विशिष्ट अतिथि रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. एस.के. तोमर ने की तथा कार्यक्रम का समन्वयन एवं संचालन इलेक्ट्राॅनिक्स विभाग के अध्यक्ष प्रो. प्रदीप डिमरी ने किया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई जिसके बाद डीन (एफईटी) प्रो. एम.एल. अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि डॉ. एस.के. चतुर्वेदी ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के महत्व और देश के भविष्य को आकार देने में प्रौद्योगिकी की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान को बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए विश्वविद्यालय की सराहना की और विद्यार्थियों को नवाचार एवं अनुसंधान के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री राजीव गुलाटी ने हरियाणा राज्य में स्टार्ट-अप और नवाचार को बढ़ावा देने के अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था के विकास में उद्यमिता और नवाचार के महत्व पर बल दिया।
अपने संबोधन में कुलपति प्रो. तोमर ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस की प्रासंगिकता और वर्तमान समय में इसके महत्व पर चर्चा की। उन्होंने स्वच्छ और हरित भविष्य के लक्ष्य को प्राप्त करने में सतत प्रौद्योगिकी के महत्व और पर्यावरणीय चुनौतियों के समाधान के लिए उभरती प्रौद्योगिकियों की क्षमता पर बल दिया।
इस कार्यक्रम ने विद्यार्थियों को भी अपनी अभिनव परियोजनाओं को प्रदर्शित करने के लिए मंच प्रदान किया। इस दौरान ड्रोन, ई-बाइक और रोबो स्टेयर क्लाइमर सहित 21 परियोजनाएं तथा महिला सुरक्षा एवं इलेक्ट्राॅनिक वाहनों के डिजाइन सहित 16 पोस्टर प्रदर्शित किये गये। कार्यक्रम का समापन पर डॉ अनुराधा पिल्लई ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।