Faridabad NCR
जबरन वसूली की धाराओं में 6 पत्रकारों सहित 8/9 के खिलाफ थाना खेड़ी पुल में मामला दर्ज
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : बता दें कि मामला 3 दिन पहले का है कल इस संबंध में गौतम निवासी भारत कॉलोनी नहरपार ने थाना खेड़ी पुल में जबरन वसूली की शिकायत दी। जिस पर थाना प्रबंधक ने इस संबंध में उच्च अधिकारियों को सूचित किया। अधिकारियों के आदेश पर थाना खेड़ी पुल में जबरन वसूली की धाराओं में मामला दर्ज किया गया। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह अपने पिता के साथ आटा चक्की चलाता है। उसके पिता प्रेमचंद, आटा पिसने के लिए 23 मई को शाम करीब 7 बजे बल्लभगढ़ मंडी से गेहूं खरीद कर लाए थे। करीब 8:30 PM पर बड़े भाई मनोज के पास किसी का फोन आया और प्रेमचंद को कमल सैनी की दूकान पर बुलाया। प्रेमचंद कमल सैनी की दूकान पर पहुंचे वहां जय शंकर सुमन नाम का व्यक्ति ने कहा आप सरकारी गेहू खरीद कर लाये हो। आपके यहाँ फूड सप्लाई की फ्लाइंग छपा मारने वाली है। प्रेमचंद ने उसे बताया कि गेहू मंडी से आढती से खरीद कर लाया हूँ ,जिसके मेरे पास बिल हैं। सुमन ने कहा अगर रेड पड़ गयी तो तुझे बचाने वाला कोई नहीं होगा और ना ही कोई सुनने वाला होगा और तू जेल चला जायेगा। सुमन मेरे पिता को लेकर डॉ. चरण के क्लिनिक पर गये और मेरे पिता को जेल जाने के नाम पर डराते रहे। पिता जी क्लिनिक से घर आ गये थे। लेकिन 10 मिनट बाद पापा के पास डॉ चरण का फोन आया। पिताजी क्लिनिक पर गये जहा सुमन पत्रकार मिला जिसमें फिर से डराने शुरू कर दिया और पुरे मामले को निपटाने की एवज में 2 हजार रूपये की मांग की जिस पर मेरे पिता ने डर के मारे पत्रकार को 1 हजार रुपये दे दिए। कुछ देर बाद आटा चक्की पर सौरभ पत्रकार, केशव पत्रकार, अमित पत्रकार , जय शंकर सुमन पत्रकार , रितेश पत्रकार और प्रमोद पत्रकार के अलावा 2/3 अन्य लोग वहां पर आ गये और सौरभ ने रितेश से कहा की पुलिस को बुलाकर इन्हें पकडवा दो जिस पर रितेश ने पुलिस के पास फोन किया और कुछ ही समय के बाद डायल 112 की गाडी आई और पूछताछ करनी शुरू करदी जिस पर सौरभ पत्रकार ने कहा की मै मामले को ऐसे ही नहीं निपटने दूंगा कह कर हमारे ऊपर पर दबाव बनाया। अमित पत्रकार और प्रमोद पत्रकार मेरे पापा के पास आये कहा की सौरभ बड़ा पत्रकार है और प्रेमचंद से 1 लाख की मांग की जिस पर मेरे पिता डर के मारे कुछ नहीं बोल पाए और अंत में प्रमोद और अमित बाहर से बात करके आये और कहा कि कम से कम साठ हजार रुपये लगेंगे इससे कम में बात नही बनेगी जो हम सब लोगों को इन सब ने मिलकर बुरी तरह से डरा दिया चूँकि हमे प्रशाशन के कार्यों की कोई जानकारी नहीं थी तो हमने डरकर 50 हजार रुपये प्रमोद और अमित को दे दिए जो प्रमोद और अमित ने जाते जाते मेरे पापा से कहा की अंकल जी पुलिस को इस बारे में कुछ मत बताना। अब में मामले को अपने आप संभाल लूँगा और ये कहकर वो दोनों वहां से चले गये और कुछ समय बाद वहां पर उपस्थित पुलिस की गाड़ी भी जाँच पड़ताल करके चली गयी। 24 मई को अमित पत्रकार फिर से हमारे घर पर आकर बोला कि 5 हजार रुपये और देने होंगे जिस पर हम लोगो ने अमित को और पैसे देने से मना कर दिया। शिकायत मिलने पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है मामले में जांच चल रही है। जल्द आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।