Faridabad NCR
जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय महिला इंजीनियरिंग दिवस मनाया गया
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 23 जून। जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने आज अंतर्राष्ट्रीय महिला इंजीनियरिंग दिवस के उपलक्ष्य में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया। विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न इंजीनियरिंग विषयों की संकाय सदस्यों और छात्राओं ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने की तथा अंतर्राष्ट्रीय महिला इंजीनियरिंग दिवस के अवसर पर इंजीनियरिंग की संकाय सदस्यों तथा छात्राओं को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने इस दिन के वैश्विक महत्व पर बल दिया, जो इंजीनियरिंग के क्षेत्र में महिलाओं के योगदान और उपलब्धियों को सम्मान देता है।
अपने संबोधन में प्रो. तोमर ने प्रमुख भारतीय महिलाओं के संबंध में रोचक तथ्य साझा किए जिन्होंने विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने इन विषयों में लैंगिक अंतर को खत्म करने की आवश्यकता तथा महिलाओं को समान अवसर प्रदान करने के महत्व पर बल दिया। प्रो. तोमर ने लैंगिक असमानता को दूर करने और विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित विषयों में लैंगिक विविधता को बढ़ावा देने के लिए उद्योग, शिक्षा जगत और व्यक्तिगत प्रयासों के लिए आह्वान किया।
प्रो. तोमर ने विज्ञान और इंजीनियरिंग में महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा किए गए उपायों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा शुरू किये गये शोध जर्नल ‘जे.सी. बोस जर्नल ऑन साइंस एंड टेक्नोलॉजी’ का उल्लेख किया, जिसे विश्वविद्यालय की महिला संकाय सदस्यों द्वारा प्रबंधित किया जा रहा है। प्रो. तोमर ने वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए उनकी भागीदारी और प्रतिनिधित्व बढ़ाने पर भी बल दिया।
लैंगिक समानता के प्रति विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए प्रो. तोमर ने कहा कि विश्वविद्यालय के 15 शिक्षण विभागों में से नौ का नेतृत्व महिला संकाय सदस्यों द्वारा किया जा रहा है जोकि निर्णय लेने की भूमिकाओं में महिलाओं को सशक्त बनाने के विश्वविद्यालय के प्रयासों का प्रमाण है।