Faridabad NCR
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने उन्नत तकनीकी प्रदर्शन केंद्र (उत्प्रेरक) को राष्ट्र को समर्पित किया
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 26 जून। केंद्रीय भारी उद्योग एवं ऊर्जा राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने आज सोमवार को भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के ऊर्जा दक्षता ब्यूरो द्वारा नई दिल्ली बदरपुर में स्थापित उन्नत औद्योगिक प्रौद्योगिकी प्रदर्शन केंद्र (उत्प्रेरक) को राष्ट्र को समर्पित किया। इस अवसर पर आईएएस आलोक कुमार, अजय तिवारी, अतिरिक्त सचिव (विद्युत) भारत सरकार, आशीष उपाध्याय, विशेष सचिव-वित्तीय सलाहकार, विद्युत मंत्रालय, जितेश जॉन, आर्थिक सलाहकार, विद्युत मंत्रालय, बीईई महानिदेशक अभय बाकरे, डॉ. तृप्ता ठाकुर, महानिदेशक, एनपीटीआई, अशोक कुमार उप-महानिदेशक बीईई, डॉ. मंजू माम प्रधान निदेशक, एनपीटीआई कॉरपोरेट कार्यालय, श्री एसके खंडारे निदेशक बीईई, संस्थान प्रमुख एनपीटीआई-बदरपुर डॉ. इन्दु माहेश्वरी उपस्थित रहे।
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि यह केन्द्र अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है तथा इसमें स्थापित विशेष प्रयोगशालाओं की श्रृंखला स्टील, सीमेंट, कपड़ा आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास को सक्षम बनाती है। उन्नत औद्योगिक प्रौद्योगिकी प्रदर्शन केंद्र- उत्प्रेरक नवाचार, अनुसंधान एवं विकास की अनवरत कोशिश का साक्षी है। नवीनतम तकनीकों से सुसज्जित और प्रतिभाशाली व्यक्तित्वों की एक टीम द्वारा संचालित इस केंद्र का उद्देश्य ऊर्जा संरक्षण और ऊर्जा दक्षता के क्षेत्र में अभूतपूर्व विचारों को वास्तविकताओं में बदलते हुए सैद्धांतिक अवधारणाओं और व्यावहारिक कार्यान्वयन के बीच एक पुल बनाना है।
उन्होंने कहा कि यह केंद्र ऊर्जा दक्षता और ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में क्षमता निर्माण को सक्षम बनाएगा और ज्ञान-संग्रहण तथा संगोष्ठियों में परिचर्चाओं के लिए भी एक मंच के रूप में कार्य करेगा। उद्योगों में अंतिम उपभोक्ताओं तक पहुंचने के लिए आउटरीच प्रयासों के सृजन में भी एक लंबा रास्ता प्रशस्त करेगा। इस केन्द्र में वेस्ट हीट रिकवरी सिस्टम (डब्ल्यूएचआरएस), कोक ड्राई कूलिंग प्लांट, एएफआर प्रोसेसिंग सिस्टम और एयर फ्लो डाइंग मशीनों और अल्ट्रासोनिक असिस्टेड वेट प्रोसेसिंग इत्यादि का प्रदर्शन भी शामिल हैं।
इस उद्घाटन समारोह में अनेक गणमान्य शासकीय अधिकारी, उद्योग जगत के अग्रणीय और प्रसिद्ध शोधकर्ता तथा एनपीटीआई एवं बीईई के वरिष्ठ अधिकारी, फैकल्टी और स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।