Connect with us

Faridabad NCR

गोल्ड बॉन्ड की दलाली में 4 करोड़ मुनाफे का लालच देकर 16.35 लाख रुपए की ठगी करने वाले जामताड़ा गिरोह के 5 आरोपियों को साइबर थाना एनआईटी ने किया गिरफ्तार

Published

on

Spread the love

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : डीसीपी हेमेंद्र कुमार मीणा के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत व उनकी टीम ने साइबर ठगी के मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।

एसीपी साइबर अभिमन्यु गोयत ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में 1. जमशेद आलम निवासी देवघर (झारखंड), 2. इमरान खान उर्फ भांनजा निवासी जामताडा झारखण्ड, 3. आरीफ उर्फ मनीश उर्फ रकीब निवासी जामताड़ा, (झारखंड), 4. मोहमद फईम उर्फ रोहित निवासी जमसेदपुर झारखंड, 5. मौ. वाहिद अंसारी उर्फ अजय सिन्हा निवासी जमसेदपुर, झारखंड का नाम शामिल है। दिनांक 11 मार्च 2023 को साइबर थाने में धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमें आरोपियों ने फरीदाबाद के रहने वाले दलजीत नाम के व्यक्ति के साथ 16.35 लाख रुपए की साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। दलजीत फरीदाबाद में स्थित एक ऑटोमोबाइल कंपनी में मैनेजर के पद पर तैनात था जहां पर आरोपी जमशेद सप्लाई का काम करता था। इसी दौरान वहां पर उनकी मुलाकात हुई और दो-तीन महीने तक दोनों एक दूसरे से बातचीत करते रहे। बातों बातों में आरोपी जमशेद ने दलजीत को बताया कि उनके कुछ जानकार हैं जो गोल्ड बॉन्ड की खरीद बेच करते हैं जिसमें उन्हें तगड़ा मुनाफा होता है। आरोपी ने बताया कि 15 करोड़ रुपए के गोल्ड बॉन्ड 19 करोड़ में बेचने का प्लान है जिसमें उन्हें 4 करोड रुपए का मुनाफा होगा। 4 करोड रुपए का मुनाफा सुनते ही दलजीत लालच में आ गया और उससे इसके बारे में और जानकारी मांगने लगा। जमशेद ने कहा कि पश्चिम बंगाल चलना होगा जहां पर वह डीलिंग करने वालों के साथ मीटिंग फिक्स करके आगे का काम करेंगे। दलजीत आरोपी की बातों में आ गया और उनके साथ पश्चिम बंगाल चला गया जहां पर आरोपियों ने इस तरह का सेटअप बैठाया हुआ था जिसमें आरोपी और उसके साथी स्वयं ही खरीददार व बेचने वाले बने हुए थे। वहां पर आरोपी जमसेद ने दलजीत को आरोपी रकीब उर्फ मनीष उर्फ आरीफ से मिलवाया था। जो रकीब उर्फ मनीष ने 15 करोड रुपये के तीन गोल्ड बान्ड अपने दोस्त सादिक शेख उर्फ संजय व इमरान उर्फ भांजा के पास होने की बात कही व इन्ही गोल्ड बान्ड को फईम उर्फ रोहित को उसके मैनेजर वाहिद अंसारी उर्फ अजय की मदद से 19 करोड रुपये में बेचने का झांसा दिया। आरोपियों ने दलजीत को झांसा दिया कि इस प्रकार वह 4 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाएंगे। दलजीत आरोपियों के झांसे में आ गया और उसने इसके लिए हां कर दी। इसके पश्चात आरोपियों ने दलजीत से कहा कि गोल्ड बॉन्ड बेचने के लिए उसे खरीददार के पास एक करोड़ रुपए जमा करवाने होंगे जिसके लिए उन्होंने काफी पैसे इक्कठे कर लिए हैं परंतु उन्हें कुछ पैसों की ओर आवश्यकता है। इस प्रकार आरोपियों ने झूठ बोलकर दलजीत से 16.35 लाख रुपए हड़प लिए। इसके पश्चात आरोपी पैसा मिलते ही आरोपी अपना मोबाइल बंद करके गायब हो गए। दलजीत को जैसे ही उसके साथ हुई ठगी का पता चला तो उसने इसकी शिकायत थाने में दी जिसके पश्चात साइबर टीम ने कार्रवाई करते हुए उपरोक्त आरोपियों में से आरोपी इमरान व रकीब को गिरफतार कर लिया व आरोपी जमसेद को झारखंड से राहदारी रिमांड पर लेकर फरीदाबाद से पुलिस रिमांड हासिल करके वापिस जामताडा में अन्य आरोपियों की गिरफतारी के लिए रेड की गई। इसके बाद मो. फईम व वाहिद को भी गिरफतार किया गया। पुलिस द्वारा आरोपियों के कब्जे से 2 मोबाइल फोन, 2 फर्जी आधार कार्ड व 7.70 लाख रुपए बरामद किए गए। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी झारखंड के जामताड़ा से ऑपरेट करते हैं और मीटिंग करने के लिए पश्चिम बंगाल जाते हैं जहां पर वह झांसा देकर आमजन के साथ ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं। पुलिस रिमांड पूरा होने के पश्चात आरोपी रकीब को जेल भेज दिया गया है। आरोपी जमशेद और इमरान को कल जेल भेजा जाएगा वहीं आरोपी मो.फहीम और वाहिद अंसारी को पुलिस रिमांड पूरा होने के पश्चात जेल भेजा जाएगा।

Continue Reading

Copyright © 2024 | www.hindustanabtak.com