Faridabad NCR
एफआईए द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों के लिए ड्राई राशन की व्यवस्था का आयोजन: डीसी विक्रम सिंह
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 25 जुलाई। डीसी विक्रम सिंह के कुशल मार्गदर्शन में सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार यमुना में बढ़े जलस्तर के बाढ़ पीड़ितों के लिए एफआईए द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों के लिए ड्राई राशन की व्यवस्था का आयोजन किया गया है। वहीं जिला प्रशासन द्वारा शैल्टर होम में खाने की व्यवस्था भी की गई है।
आज मंगलवार को डीसी कार्यालय में एफआईए के प्रेसिडेंट बी.आर भाटिया ने बाढ़ पीड़ितों के लिए ड्राई राशन जिसमें पांच किलोग्राम आटा, एक किलोग्राम चावल के 415 पैकेट डीसी विक्रम सिंह को एफआईए की टीम के साथ भेंट किए गए हैं। ड्राई राशन के पैकेट डीआईसी के उप निदेशक सचिन यादव की देखरेख में एफआईए सीएसआर पैनल के नवदीप चावला के आह्वान पर एचपीएल फाउंडेशन के मालिक उमेश आनन्द द्वारा तैयार करवाए गए हैं।
इस दौरान एफआईए के प्रतिनिधि प्रतोष शर्मा, मौनिका भयाना भी मौजूद रही।
बता दें कि डीसी विक्रम सिंह के कुशल नेतृत्व में यमुना नदी के तटीय क्षेत्रों के आस-पास के गांवों में जलस्तर बढऩे के बाद जिला प्रशासन व एनडीआरएफ की टीम द्वारा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित शैल्टर होम पहुँचाया गया था। उन्होंने ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को खाने व पीने की परेशानी का सामना न करना पड़े इसलिए जिला रेडक्रॉस सोसाइटी व रोटरी क्लब के सहयोग से प्रशासन द्वारा स्थापित किये गए सभी शैल्टर होम में अस्थाई रसोई स्थापित की गई थी। जिससे की लोगों को खाना पहुँचाने में देरी न हो पाए और लोगों को समय पर भोजन प्राप्त हो सके। लोगों को दिक्कत न हो इसके लिए मौके पर ही खाना तैयार करने के निर्देश दिए गए थे। इससे समय की बचत हुई और लोगों को बेहतरीन सुविधा उपलब्ध करवाई गई थी। साथ ही बाढ़ पीड़ित लोगों को पीने के पानी की व्यवस्था के लिए टैंकर लगाए गए थे।
उन्होंने कहा कि यदि किसी भी व्यक्ति को कोई जानकारी की आवश्यकता है या किसी भी प्रकार की सूचना जिला प्रशासन को देनी है तो वे सेक्टर-12 स्थित डीआरओ कार्यालय में स्थापित किये गए बाढ़ नियंत्रण कक्ष के टेलीफोन नंबर 0129-2227937 पर दे सकते हैं। जिला प्रशासन गंभीरता से लोगों की मदद कर रहा है। यमुना से लगते सभी गांवों के लिए अलग-अलग एसडीएम स्तर के अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। यमुना के क्षेत्र में खेतों में मौजूद पालतू मवेशियों को भी सुरक्षित स्थानों पर लाने का कार्य तेजी से किया गया।