Faridabad NCR
पुलिस बल की मौजूदगी में संतों की हत्या कैसे हो गई : स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : श्री रामानुज संप्रदाय के हरियाणा एवं इंद्रप्रस्थ पीठ के रूप में स्थापित श्री सिद्धदाता आश्रक के अधिपति जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने महाराष्ट्र में दो संतों की निर्मम हत्या पर आक्रोश जताते हुए राज्य व केंद्र की सरकारों से मामले की गहन जांच की मांग की है।
स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी ने बताया कि प्राप्त जानकारी के अनुसार अपने गुरु के शरीर को अंतिम विदाई के लिए जा रहे मुंबई के जोगेश्वरी पूर्व स्थित हनुमान मंदिर के महंत सुशील गिरी जी, महंत कल्पवृक्ष गिरी जी और उनके चालक निलेश तेलगडे की पालघर जिले के कासा पुलिस स्टेशन में आने वाले गांव गडचिंचले में भीड़ ने लाड़ी, डंडों, चाकुओं से निर्मम हत्या कर दी है। यह भी बताया जा रहा है कि भीड़ मेरा गांव मेरा कानून का नारा लगा रही थी। जो एक लोकतांत्रिक देश में बेहद ही चौंकाने वाला और भयावह कृत्य है।
स्वामी ने बताया कि घटना स्थल के मिल रहे वीडियो बता रहे हैं कि पुलिसकर्मिर्यों की संख्या बहुत कम नहीं है, लेकिन वह किन्हीं कारणों से स्थानीय लोगों का विरोध नहीं करते नजर आ रहे हैं। जिसकी उच्च स्तरीय जांच की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यदि स्थानीय जनता को निहत्थे साधुओं पर किसी प्रकार की शक था भी तो उन्हें पुलिस के हवाले करना चाहिए था। हम तीनों मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए सभी दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की अपील करते हैं। इस मामले में समस्त साधु समाज भी राज्य व केंद्र सरकार को अल्टीमेटम देकर किन्हीं आशंकित षडयंत्र की जांच की मांग भी उठाएं।