किसानों ने आफताब अहमद को अपनी समस्या बताई जिसपर विधायक ने सरकार को आड़े हाथों लिया।
वहां मौजूद पत्रकारों से बातचीत में चौधरी आफताब अहमद ने कहा कि बीजेपी जेजेपी सरकार किसानों को अनावश्यक परेशान नहीं करे। पहले सरकार ने फसल खरीद केंद्रों की संख्या घटाई फिर सरसों में नमी का बहाना बनाकर किसान को परेशान किया, लॉकडाउन में कैसे किसान अपनी फसल को बार बार सुखाएगा और बार बार मंडी लाएगा?
डिप्टी लीडर सीएलपी हरियाणा आफताब अहमद ने कहा कि किसान को इतनी शर्तों में बांध दिया सरकार ने ये बहुत गलत है। अब गेंहू खरीदी में भी शर्त लगा रही है कि एक बार में 40 क्विंटल ही फसल किसान बेच सकता है। जिसका मतलब है कि 2 कीले का छोटा किसान भी एक बार में अपनी फसल बेच नहीं सकता है जो सरासर किसान के साथ मजाक है। अगर किसान कि फसल खरीदी भी जा रही है तो उसे नगद पैसा नहीं मिल रहा है, उसे बैंकों के चक्कर काटने को बोला जा रहा है। एक तो लॉक डाउन दूसरी ये फसल के पैसे ना मिलने की किसान की दिक्कतों को बढ़ा रही है।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि बीजेपी- जेजेपी सरकार दावे तो बड़े बड़े करती है लेकिन असल में किसान के हितों के खिलाफ काम करती है। उन्होंने कहा कि 25 किसानों को सुबह, 25 को शाम को फसल बेचने का पास मिल रहा है, ऐसे तो महीनों महीनों तक फसल खरीदी ही नहीं जा सकेगी। सरकार इस प्रक्रिया को तेज करे ताकि जल्द फसल खरीद पूरी हो सके।
सीएलपी उप नेता आफताब अहमद ने कहा कि हमारे यहां का किसान वैसे ही कई विपदाओं से गुजरा है चाहे वो बेमौसम बारिश, ओला वृष्टि, या अब कोरोना की बात हो। किसान को उसकी पूरी फसल खरीद कर तुरंत पैसा दे सरकार। आफताब अहमद ने ये भी कहा कि जब भारी बारिश और ओला वृष्टि से मेवात में फसल का नुकसान हुआ तो सरकार ने गिरदावरी तक नहीं कराई ना किसानों को मुआवजा दिया। ये बीजेपी जे जे पी सरकार सिर्फ एक धौका है।
उन्होंने कहा कि सरकार आड़तियों के मसलों को भी सुलझाए, क्योंंकि किसान और आड़ती का विश्वास का रिश्ता है जो बहुत पुराना है, मजबूत भी।