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ई-अधिगम का उद्देश्य विद्यार्थियों को नई तकनीकों के इस्तेमाल के लिए समर्थ बनाना: एडीसी आनन्द शर्मा

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 22 अगस्त। एडीसी आनन्द शर्मा ने कहा कि ई-अधिगम का उद्देश्य विद्यार्थियों को नई तकनीकों के इस्तेमाल के लिए समर्थ बनाना है। एडीसी ने कहा कि  विद्यार्थियों व अध्यापकों में टैबलेट का प्रयोग व उस पर काम करने की रूचि पैदा करने के लिए एक विशेष योजना बनाई गई है।

एडीसी आनन्द शर्मा ने आज मंगलवार को दोपहर बाद अपने कार्यालय में सीएमजीजीए और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ  स्कूलों में विद्यार्थियों द्वारा टैबलेट के जरिये ऑनलाइन प्लेटफार्म प्रणाली पर किए जा रहे होमवर्क बारे समीक्षा बैठक कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि  टैबलेट पर काम करने वाले छात्रों और शिक्षकों को इनाम मिलेगा। वहीं सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति के तहत पीएम श्री स्कूलों पर 14 हजार 500 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की जाएगी।

एडीसी आनन्द शर्मा ने कहा कि ई-अधिगम का उद्देश्य विद्यार्थियों को नई तकनीकों के इस्तेमाल के लिए समर्थ बनाना है। वहीं सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार टैबलेट पर काम करने वाले छात्रों और शिक्षकों को इनाम दिया जाएगा। विद्यार्थियों व अध्यापकों में टैबलेट का प्रयोग व उस पर काम करने की रूचि पैदा करने के लिए एक विशेष योजना बनाई गई है। शिक्षा को डिजिटाइज करने व सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली से जोड़ने के लिए सरकार की ओर से ई-अधिगम योजना के तहत टैबलेट वितरित किए गए हैं। जहां ऐसे में विद्यार्थियों व अध्यापकों में टैबलेट का प्रयोग व उस पर काम करने की रूचि पैदा करने के लिए एक विशेष योजना बनाई है, जिसके तहत विद्यार्थियों व अध्यापकों को सम्मानित किया जाएगा।

बता दें कि शिक्षा विभाग द्वारा क्रियान्वित की जा रही योजनाओं को देख रहे मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी आशीष जैन ने बताया कि शिक्षा विभाग इस योजना के तहत टैबलेट पर पीएल सॉफ्टवेयर में काम करने वाले विद्यार्थियों व अध्यापकों को राज्य स्तर के साथ साथ जिला स्तर पर भी सम्मानित किया जाएगा। वहीं विभाग की ओर से जिला में सभी ब्लॉक पर चार-चार विद्यार्थियों व अध्यापकों का चयन किया जाएगा, जिनका पीएल सॉफ्टवेयर पर काम श्रेष्ठ होगा। उन्होंने आगे बताया कि डीसी विक्रम सिंह के कुशल मार्गदर्शन में जिला प्रशासन द्वारा ऐसे विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा। वहीं विजेता विद्यार्थियों और अध्यापकों के चयन के लिए निदेशालय की ओर से मानक नियम जारी किए हैं, इन नियमों के आधार पर ही चयन प्रक्रिया क्रियान्वित की जाएगी। उन्होंने बताया कि अधिगम विद्यार्थियों के साप्ताहिक तीन लक्ष्य दिए गए हैं, जिसके तहत विद्यार्थियों को प्रति सप्ताह प्रति विषय में एक से अधिक घंटे के लिए टेबलेट का उपयोग करना होगा, प्रति सप्ताह प्रति विषय में दो रेमेडियल टेस्ट का प्रयास करना होगा। इसके साथ ही प्रति सप्ताह प्रति विषय में दो होमवर्क का प्रयास करना होगा।

– ई अधिगम योजना के मापदंड:-

ई-अधिगम विद्यार्थी के साप्ताहिक 3 लक्ष्य है। नम्बर एक प्रति सप्ताह प्रति विषय में एक से अधिक घंटे के लिए विद्यार्थी द्वारा टैबलेट का उपयोग। नम्बर दो प्रति सप्ताह प्रति विषय में 2 रेमेडियल टेस्ट का प्रयास करना और नम्बर तीन  प्रति सप्ताह प्रति विषय में 2 होमवर्क का प्रयास करना सुनिश्चित करें। वहीं  ई-अधिगम शिक्षक के साप्ताहिक 2 लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। इनमें पहला टैबलेट का उपयोग प्रति सप्ताह एक से अधिक घंटे के लिए करना और दूसरा विद्यार्थियों को प्रति सप्ताह 2 होमवर्क देना शामिल है।

वहीं ई-अधिगम योजना के तहत सभी शिक्षक व विद्यार्थी टेब का अधिक से अधिक उपयोग कर शत प्रतिशत ई-अधिगम बनने का प्रयास करें। राज्य के टॉप 100 ई-अधिगम विद्यार्थियों व अध्यापकों को सम्मानित भी किया जाएगा। वहीं पीएम श्री स्कूलों के तहत फरीदाबाद जिला के स्कूल शामिल हुए।

बता दें कि हरियाणा के कुल 124 स्कूल योजना में शामिल हुए हैं।

पीएम श्री स्कूलों में आधुनिक तकनीकों, ब्लॉक चैन, रिटेलिंग, कंप्यूटर शिक्षा व लर्निंग आउटकम आधारित शिक्षा पर जोर रहेगा।

भविष्य में पैदा होने वाले रोजगार को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा बच्चों को

20 लाख बच्चों तक पीएम श्री स्कूलों का लाभ पहुंचाने का लक्ष्य है।

वर्ष 2022-23 से 2027 के बीच पांच सालों में किया योजना का क्रियान्वयन जाएगा

समीक्षा बैठक में सीएमजीजीए श्रुति शर्मा, सीएमजीजीए आशीष जैन, खण्ड शिक्षा अधिकारी मनोज मित्तल, खण्ड शिक्षा अधिकारी महेन्द्र सिंह, डीसीएस धर्मेन्द्र अधाना सहित समीक्षा बैठक जुड़े अधिकारी उपस्थित रहे।

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