Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर सेक्टर 44 सूरजकुंड रोड स्थित श्री सिद्धदाता आश्रम श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम में सुबह से ही भक्तों का तांता लग गया था।
आज यहां लाखों की संख्या में पहुंचे हरि भक्तों ने भगवान के जन्मोत्सव पर आयोजित महोत्सव में भागीदारी की और गुरु एवं भगवान से मंगल के लिए कामना की। इस अवसर पर यहाँ सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं झांकियों ने भक्तों का मन मोह लिया।
वहीं आश्रम के अधिष्ठाता जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने कहा कि भगवान का चरित्र हमें युगों युगों तक मार्गदर्शन प्रदान करने वाला है। उन्होंने हमें जीवन के संघर्षों के आगे कभी न झुकना सिखाया है। वह स्वयं अपने चरित्र में रहे और उन्होंने हमें 64 कलाओं के माध्यम से जीवन के समस्त रंगों से परिचित करवाया।
उन्होंने कहा कि श्री सिद्धदाता आश्रम को मानने वालों के जीवन में धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष अवश्य ही प्राप्त होते हैं। लेकिन तभी, जब भक्त अपने भगवान के नाम का आश्रय लेता है। इस बात की गारंटी स्वयं भगवान, हमारे भाष्यकार रामानुज स्वामीजी एवं हमारे वैकुंठवासी गुरु महाराज ने दी है। हमारे मूल स्रोत भगवान नारायण की शरणागति प्राप्त करने वाले भक्त के जीवन में शूली भी शूल बन जाती है। यह तत्वज्ञान देने के लिए भगवान अनेक बार अवतार लेते हैं। वह तो अपने भक्तों के लिए चले आते हैं। इसके हमारे पास अनेक उदाहरण हैं। उन्होंने सभी को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर दर्जनों स्टाल्स पर प्रसाद की व्यवस्था की गई थी। वहीं सभी ने भोजन प्रसाद प्राप्त कर प्रस्थान किया। मंदिर परिसर को सुंदर लड़ियों एवं फूलों द्वारा सजाया गया था। जो बेहद खूबसूरत नजर आ रहे थे। भजन गायक मंथन बेरी, मधुबन आर्ट्स दिल्ली एवं श्वेता मिश्रा की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों को सभी ने सराहा। एक अनुमान के मुताबिक यहाँ एक लाख से अधिक भक्तों ने माथा टेका।