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Faridabad NCR

तिगांव क्षेत्र के सरकारी अस्पतालों में लोगों को नहीं मिल रही चिकित्सा सुविधाएं : ललित नागर

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : तिगांव विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सेहतपुर स्थित सरकारी डिस्पेंसरी में डाक्टरों, नर्साे व दवाईयां की कमी के चलते लोगों को परेशानियां हो रही है। यहां टीबी की दवाईयां भी नहीं मिलने से लोग परेशान है। लोगों का कहना है कि क्षेत्र में रहने वाले लोगों के इलाज के लिए बनाई गई डिस्पेंसरी में इलाज के लिए डाक्टर व नर्साे का टोटा पड़ा हुआ है, यहां जरूरी दवाईयां भी लोगों को नहीं मिल रही, जिसके चलते उन्हें महंगे निजी अस्पतालों में अपना इलाज करवाने को मजबूर होना पड़ रहा है। लोगों द्वारा मिल रही शिकायतों के मद्देनजर तिगांव क्षेत्र के पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ललित नागर ने सेहतपुर गांव की डिस्पेंसरी का दौरा किया और यहां व्याप्त अव्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान डिस्पेंसरी में डाक्टरों व नर्साे की कमी के साथ-साथ दवाईयों की भी खासी कमी नजर आई, जिस पर श्री नागर ने भाजपा सरकार को जमकर कोसा। पूर्व विधायक ललित नागर ने बताया कि कितनी बड़ी विडम्बना है कि पल्ला से सेहतपुर और तिलपत तक ढाई लाख की आबादी है और ढाई की आबादी पर एकमात्र डिस्पेंसरी सेहतपुर में है, जहां भी डाक्टरों, नर्साे और दवाईयों की भारी किल्लत है, ऐसे में लोग अपना इलाज करने के लिए महंगे अस्पतालों में जाने को मजबूर है, लेकिन सत्ता में बैठे विधायक, मंत्री व प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरह से मूकदर्शक बने हुए है। उन्होंने कहा कि एक तरफ भाजपा सरकार लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध करवाने का दम भरती है, जबकि दूसरी तरफ डिस्पेंसरी में डाक्टरों, नर्साे व जरूरी दवाईयों की कमी के चलते लोग त्राहि-त्राहि करने को मजबूर है। पूर्व विधायक ललित नागर ने डिस्पेंसरी के डॉक्टर सोनू कश्यप से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि यहां पर टीबी की दवाइयां की भारी कमी है आजकल मलेरिया और बुखार चल रहा है जिसके लिए खांसी का सिरप और दवाइयां की जरूरत है जो स्टॉक में उपलब्ध  नहीं है। उन्होंने बताया कि सरकारी रिकार्ड में तो यह डिस्पेंसरी यूएचसी है, जबकि यूएचसी का दर्जा उसे होता है, जिसमें सभी सुविधाएं पाई जाती है, लेकिन यह डिस्पेंसरी केवल नाम की यूएचसी है, यहां प्रतिदिन आने वाले हजारों मरीजों को दवा तक नहीं मिलती, जिसके चलते वह निराश लौटने को मजबूर हो जाते है। पूर्व विधायक ललित नागर ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री से मांग की कि इस एरिया की आबादी करीब तीन लाख है इसलिए आबादी के हिसाब से यहां डिस्पेंसरी की जगह बड़ा अस्पताल बनवाया जाए, जहां पर्याप्त डाक्टर व नर्सिंग स्टाफ सहित दवाईयों की कमी न हो। इसके अलावा यहां आपातकालीन की भी बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाए ताकि गरीब लोग अपना इलाज यहां करवा सके। इस अवसर पर सैयद रिजवान आजमी, कमल सिंह चंदीला, गंगाराम जाट, मुकुटपाल चौधरी, मुकेश कुमार सहित अनेकों गणमान्य लोग मौजूद थे।

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