Faridabad NCR
चुगली निंदा के रावण को जला दें भक्तगण : स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : सूरजकुंड रोड स्थित श्री सिद्धदाता आश्रम एवं श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम में दशहरा का पर्व बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर अपने प्रवचन में जगदगुरु स्वामी पुरुषोत्तमाचाय महाराज ने कहा कि भक्तगण इस वर्ष अपने जीवन से चुगली निंदा के रावण को जला दें।
उन्होंने कहा कि जिसकी निंदा की जाए, उसका तो कुछ नहीं बिगड़ता लेकिन निंदा करने वाले को पाप का भागी अवश्य ही बनाती है। उन्होंने कहा कि हम हर वर्ष रावण का सांकेतिक पुतला जलाते हैं लेकिन समाज से बुराइयों का अंत नहीं हो रहा है क्योंकि हम संकेत को जलाते हैं, असली चीज को अंदर ही बचा कर रख लेते हैं। इसलिए आप लोग इस वर्ष, आज ही यह प्रण लें कि अपने अंदर से बुराइयों को नष्ट करेंगे। सबसे पहले निंदा करने की आदत को त्यागो। उन्होंने इसके लिए अनेक उदाहरण भी दिए। स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने कहा कि भगवान को प्राप्त करने और इस भौतिक संसार में सफल होने के लिए भगवान का नाम सबसे बड़ी औषधि है। जिसने भगवान के नाम को मन में धारण कर लिया, समझो उसने भवसागर में रक्षा कवच को प्राप्त कर लिया।
स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य ने घोषणा की कि अगले वर्ष से आश्रम में दशहरा का पर्व दशमी के दिन ही मनाया जाएगा। गौरतलब है कि वर्ष 1989 में स्थापना काल से ही आश्रम में नवमी के दिन ही दशहरा का पर्व मनाने की परंपरा रही है।
श्री गुरु महाराज ने आश्रम प्रकाशन विभाग द्वारा प्रकाशित नववर्ष के कैलेंडर भी विमोचित किए। इससे पूर्व स्मृति स्थल आश्रम के संस्थापक वैकुंठवासी स्वामी सुदर्शनाचार्य जी महाराज की भार्या वैकुंठवासी गुरुमाता जी की मूर्ति का अनावरण भी उन्होंने किया। जो अब भक्तों के दर्शर्नार्थ ध्यानार्थ मौजूद रहेगी। हाल ही में वैकुंठवासी गुरु महाराज की समाधि के समीप ही उनका समाधि स्थल बनाया गया है।
यहां देश विदेश से हजारों की संख्या में पहुंचे भक्तों ने गुरुमहाराज से आशीर्वाद एवं प्रसाद प्राप्त किया। यहां सभी ने भोजन प्रसाद की उत्तम व्यवस्था का लाभ उठाया। वहीं आश्रम के बाहर लगे लंगरों पर भी भक्तों ने प्रसाद छका। जयपुर से आए गायक लोकेश शर्मा ने सुमधुर भजनों से सबका मन मोह लिया।