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Faridabad NCR

एडीसी एवं सीईओ जिला परिषद आनन्द शर्मा ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम/आरबीएसके/एनीमिया अभियान के बेहतर क्रियान्वयन के लिए चिकित्सकों तथा स्वास्थ्य कर्मियों को दिए प्रशंसा पत्र

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 15 दिसम्बर। एडीसी एवं सीईओ जिला परिषद आनन्द शर्मा स्कूलों में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम/ आरबीएसके/ एनीमिया अभियान के तहत विद्यार्थियों के एचबी व अन्य जरुरी टेस्ट करके हैल्थ रिपोर्ट कार्ड बनाएं जाने के बेहतर कार्य करने वाले चिकित्सा अधिकारियो को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।

एडीसी आनन्द शर्मा ने कहा कि जिला के पहली से 12वीं कक्षाओं के लगभग 119000 विद्यार्थियों के हेल्थ कार्ड एनीमिया उन्मूलन अभियान के माध्यम से बनाए गए हैं। इस अभियान के तहत जिला के सभी 378 सरकारी स्कूलों में लगातार एक माह तक यह कैम्प लगाएं गए थे। जहां स्वास्थ्य और शिक्षा विभागों के अधिकारियों ने आपसी बेहतर तालमेल करके इस अभियान को अमलीजामा पहनाया गया है।

उन्होंने कहा कि एनीमिया कोई बीमारी नहीं है, बल्कि यह शरीर की कमजोरी है। जिला फरीदाबाद में  एनीमिया उन्मूलन अभियान के दौरान सभी विद्यार्थियों के एचबी व अन्य टेस्ट भी किए गए। एडीसी ने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के अधिकारीयों व कर्मचारियों ने आपसी तालमेल करके इसका जिला में बेहतर क्रियान्वयन करना सुनिश्चित किया है। एडीसी ने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार जिला में यह राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम/ आरबीएसके/ एनीमिया अभियान उन्मूलन अभियान गत 16 अक्तूबर से शुरू किया गया था। जो आगामी दिसम्बर माह तक चलाया। उन्होंने कहा कि 10 से 19 वर्ष तक आयु की सभी किशोरियो की स्वास्थ्य जांच की गई। वहीं  स्वास्थ्य जांच के दौरान जिला के सभी स्कूलों, सब सेन्टरों, प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर नागरिकों के और सभी स्कूलों में एच.बी. व अन्य जरुरी टेस्ट किए गए। उन्होंने कहा कि खासकर महिलाओं में यह देखा गया है कि मासिक धर्म वाली पांच में से एक महिला और सभी गर्भवती महिलाओं में से आधी एनीमिया से ग्रसित हैं। वे अपने लक्षण पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर डा को दिखाएं।

एडीसी आनन्द शर्मा ने कहा कि हैल्थ चैकअप कैम्पों के बाद जरूरत मंद विद्यार्थियों को फ्री में बीके/ नागरिक अस्पताल मे ईलाज भी दिया जा रहा है। उन्होंने आगे बताया कि जिला फरीदाबाद में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम/ आरबीएसके/ एनीमिया अभियान को अगली कङी में   प्रतिदिन 100 स्थानों पर कैम्प लगाकर लगभग 10000 हजार विद्यार्थियों को कैम्पों जरिये टैस्टिंग की जाएगी। वहीं घर पर जाना पड़ेगा तो आंगनवाड़ी वर्करों का सहयोग लिया जाएगा।

एडीसी डाक्टर आनन्द शर्मा ने बताया कि एनीमिया एक रक्त विकार है, जिसमें लाल रक्त कोशिकाएं सामान्य स्तर से कम हो जाती हैं या प्रत्येक लाल रक्त कोशिका में हीमोग्लोबिन की मात्रा सामान्य से कम होती है। किसी भी मामले में, शरीर के चारों ओर रक्त प्रवाह में कम मात्रा में ऑक्सीजन ले जाया जाता है। लाल रक्त कोशिकाएं (आरबीसी), हीमोग्लोबिन नामक एक विशेष प्रोटीन का उपयोग करके शरीर के ऊतकों तक ऑक्सीजन ले जाती हैं। एनीमिया कोई बीमारी नहीं है, बल्कि यह शरीर की खराबी है। एनीमिया एक आम रक्त स्थिति है।

एडीसी ने कहा कि  जांच के दौरान जिस व्यक्ति का एचबी 7 ग्राम से कम मिलता है, तो उसको जिला के नागरिक अस्पताल में रेफर किया गया है  और जिसका एच.बी. 7 ग्राम से 11 ग्राम है उसको एक माह की दवाई दी जा रही है। एक माह पश्चात उसका पुन: टेस्ट किया जाएगा और आवश्यकता अनुसार उसका ट्रीटमेंट किया जायेगा।

एडीसी आनन्द शर्मा ने बताया कि कमजोरी, आसानी से थक जाना, पीली त्वचा, सांस की तकलीफ, ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन, बार-बार सिरदर्द होना, चिड़चिड़ा व्यवहार, फटी या लाल जीभ, भूख में कमी, खाने की अजीब सी लालसा आदि होने पर तुरंत अपने नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर डा को दिखाना चाहिए।

सीएम जीजीए आशीष जैन, बीईओ बल्लबगढ महेन्द्र सिंह, बीईओ  फरीदाबाद ब्लाक  मित्तल सहित अन्य चिकित्सा अधिकारी साहेबान उपस्थित रहे।

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