Faridabad NCR
लॉकडाउन के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, सेक्टर-15 स्थित श्री सिंह सभा गुरुद्वारा
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 3 मई लॉकडाउन के दौरान बनी परिस्थितियों में जरूरतमंद लोगों के लिए पका भोजन तैयार करने में सेक्टर-15 स्थित श्री गुरुद्वारा सिंह सभा की ओर से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है। जिला प्रशासन के आह्वान पर शहर के विभिन्न संगठनों के सहयोग से यहां सेंट्रल रसोई बनाई गई, जिसके माध्यम से सुबह-शाम करीब 15-15 हजार खाने के पैकेट्स तैयार किए गए। श्री गुरुद्वारा सिंह सभा के उपप्रधान अमरजीत सिंह ने बताया कि लॉकडॉउन में जब दिहाड़ीदार मजदूरों व अन्य गरीब लोगों को खाने की समस्या आई तो विभिन्न एनजीओ के सहयोग से यहां पका खाना तैयार करने की व्यवस्था बड़े स्तर पर की गई, जिनमें मुख्यतः गुरुद्वारा संगत व विकटोरा फाउंडेशन से हरदीप सिंह बांगा, सर्वोदय फाउंडेशन की संचालिका अंशु गुप्ता, फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अजय जुनेजा व नवदीप चावला, यूनाइटेड सिख के जसमीत सिंह व परमिंदर सिंह तथा रोटरी क्लब के प्रतिनिधियों के सहयोग से यहां प्रतिदिन पका खाना के पैकेट्स तैयार किए जाते फिर इन्हें शहर के सभी 40 वार्डों में भेजा जाता। इसके बाद जिला प्रशासन की ओर से सभी 40 वार्डों में नियुक्त किए गए अधिकारियों व वालिंटियर्स तथा गुरूद्वारा की ओर से नियुक्त नोडल अधिकारी हरविंदर की देख-रेख में प्रतिदिन सुबह व शाम को 15-15 हजार खाने के पैकेट्स जरूरतमंद गरीब लोगों को वितरित किए गए। शहर की स्लम बस्तियों में भी प्रतिदिन पौष्टिक व गुणवत्तापरक पका भोजन भेजा गया, जिसमें दाल- रोटी, वैजिलेबल आदि था। उन्होंने बताया कि गुरुद्वारे की सारी संगत सहित गुरुप्रसाद सिंह, सुखबीर सिंह, सतेंद्र सिंह, इंद्रजीत सिंह, राजेंद्र नागपाल, जेके गुप्ता के सामूहिक प्रयासों ने साबित कर दिया कि गुरुनानक देव के दिखाए मार्ग पर चलकर कोरोना जैसी आपात परिस्थितियों से निपटने के लिये गुरु के सिंह पूरी तरह सक्षम हैं। जो समाज की सेवा करने के लिये दिन-रात जुटे हुए हैं। अमरजीत सिंह ने लोगों से अपील की है कि इस गुरु के लंगर रूपी प्रसाद (भोजन) का मान रखते हुए उतना ही मंगवाएं, जितने की उन्हें आवश्यकता है और इसे श्रद्धापूर्वक ग्रहण करें, ताकि यह व्यर्थ न हो और भोजन का मान बना रहे तथा यह हर जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुँच सके। इसी प्रकार यहां पर प्रतिदिन पूरे क्षेत्र को सेनेटाइज किया जाता है तथा जिन गाड़ियों में पका भोजन भेजा जाता है, उन्हें भी प्रतिदिन सेनेटाइज किया जाता है।