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Faridabad NCR

साइबर पुलिस ने इस सप्ताह 1 से 7 मार्च तक साइबर अपराध के 10 मुकदमों में 24 आरोपी गिरफ्तार कर 10,45,500 रुपए कराए बरामद

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : लिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के दिशा निर्देश पर पुलिस उपायुक्त साइबर अपराध जसलीन कौर के मार्गदर्शन और एसीपी साइबर क्राइम अभिमन्यु गोयत के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए तीनों जोन की साइबर थाना प्रभारीयो की टीमो के द्वारा कार्रवाई करते हुए 24 आरोपियो को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार आरोपियो में फरीदाबाद के आरिफ खान,,, गुरुग्राम में रह रहे आरोपी सागर, मयंक, अमित, कृष्णावीर, गोपाल,,, झज्जर के अर्जुन बिस्वा,,, उत्तर प्रदेश के रहने वाले रिजवान खान, नितिन, देवेंद्र कुमार, कृष्ण कुमार, नितिन,,, दिल्ली के रहने वाले आरोपी चंदन कुमार, नीरज, संदीप, गौतम उर्फ आशु, संदीप,,, राजस्थान के रहने वाले आरोपी राम सिंह, योगेंद्र, जुलकेन अली, दिव्यांस महनारिया,,, गुजरात निवासी लीला उर्फ निलेश, अबू बकर तथा महाराष्ट्र के रहने वाले चंदन विजय काले का नाम शामिल है जिन्हें दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, यूपी इत्यादि स्थानों से गिरफ्तार किया गया है।

साइबर ठगो के द्वारा नए नए तरिको से साइबर फ्रॉड किए जा रहे है जिसमें स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग में मोटा मुनाफे का लालच देकर, सोशल मीडिया पर टास्क पुरा करने के नाम पर, लैप्स बीमा पॉलिसि का फुल रिटर्न दिलाने के नाम पर,कुछ मिनट में ही लोन देने के लिए, घर बैठे लोन उपलब्ध करवाने का लालच देती हैं और फर्जी ऐप डाउनलोड करता दे, क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढवाने के नाम पर, घर बैठे कमाने का लालच, फ्री गिफ्ट, लॉटरी लगना के नाम पर,वाउचर जीतने के नाम पर, KYC के नाम पर, बैंक कर्मी बनकर, विदेश भेजने के नाम पर,जाब दिलाने के नाम पर, अश्र्लील वीडियो कॉल रिकॉर्ड से ब्लैकमेल कर, एईपीएस इत्यादी के नाम पर लोगो के साथ साइबर फ्रॉड किया जाता है। बचाव में किसी भी विदेशी नम्बर से कॉल आए तो नजरअंदाज करे। व्हाट्सएप पर अनजान नम्बर से विडियो कॉल/कॉल आने पर नजरअंदाज करें। किसी की बहकावे में ना आए क्योकि यूट्यूब चैनल को लाइक और सब्सक्राइब करने पर पैसे नही मिलते। हमें इस तरह के किसी भी झांसे में नही आना है और इस तरह की कोई भी कॉल आती है तो कॉल को डिस्कनेक्ट कर देनी चाहिए।

साइबर अपराधियों द्वारा किए जाने वाले साइबर अपराधों में से यह भी एक प्रकार का साइबर फ्रॉड है जिसमें साइबर अपराधी गूगल सर्च इंजन की वेबसाइटों पर अपना प्राइवेट मोबाइल नंबर अपडेट कर देते हैं और जब कोई व्यक्ति गूगल पर सर्च करते हुए उसे नंबर को देखा है और उसे पर संपर्क करता है तो वह फोन साइबर अपराधियों को लग जाता है और वह अपने आप को उसे कंपनी का कस्टमर केयर अधिकारी बताते हैं जिस कंपनी के लिए वह व्यक्ति गूगल पर सर्च कर रहा था। साइबर अपराधी कस्टमर केयर के फर्जी अधिकारी बनकर उससे बात करते हैं और उसकी निजी जानकारी प्राप्त कर लेते हैं और उसके पश्चात वह साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं। आमजन से अनुरोध है कि यदि आप किसी कंपनी के कस्टमर केयर का नंबर खोज रहे हैं तो ध्यान रखें कि आप उसे कंपनी के आधिकारिक वेबसाइट पर ही सर्च करें और इस प्रकार के किसी भी साइबर फ्रॉड का शिकार होने से बचें।

आजकल साइबर अपराधी सोशल मीडिया व अन्य प्रकार से आमजन से संपर्क करते हैं और उन्हें किसी भी प्रकार की पोंजी स्कीम में इन्वेस्टमेंट करने पर बहुत ज्यादा रिटर्न करने का झूठा वादा करते हैं। वह पहले छोटी-छोटी राशि निवेश करवाते हैं और उसपर आपको थोड़ा बहुत लाभ दे देते हैं और जब व्यक्ति उनकी बातों पर विश्वास करने लगता है तो वह बड़ी अमाउंट निवेश करवाते हैं और बाद में वह पैसा लेकर फरार हो जाते हैं। यदि आपके पास भी इस प्रकार का कोई मैसेज या फोन आता है और आपको कम समय में ज्यादा पैसे कमाने का लालच देता है तो समझ जाए कि वह साइबर अपराधी है। अपने आप को जागरूक रखकर आप इस प्रकार के साइबर अपराधियों के चंगुल में आने से बच सकते हैं।

• ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले साइबर अपराधी किसी बैंकिंग वेबसाइट की हूबहू डुप्लीकेट वेबसाइट बनाते हैं। जिसपर आरबीआई की सभी शर्त व गाइडलाइन भी मेंशन करते हैं।

• यदि कोई व्यक्ति आपको फोन या मैसेज करके कम समय में ज्यादा पैसे कमाने का लालच देता है तो समझ जाए कि वह साइबर ठग है

• लॉटरी या गिफ्ट बांटने वाली कंपनी या वेबसाइट को खोलकर ना देखें

• जो ऐप्स प्रीपेमेंट फीस, प्रोसेसिंग फीस या प्री क्लोजर फीस ज्यादा मांगे उनके इस्तेमाल से परहेज करना चाहिए

• अनवेरिफाइड ऑनलाइन बैंकिंग ऐप्स जो उधार देते हों उनसे बचना चाहिए. ऐसे फ्रॉड ऐप आपसे आपकी गोपनीय जानकारियां जैसे बैंक खाते संबंधित डीटेल्स, क्रेडिट और डेबिट कार्ड की जानकारी, पिन कार्ड या एड्रेस मांगते हैं।

– पॉर्न साइट पर सर्फिंग न करें, केवल सेफ वेबसाइट को ही खोलें

– जिन वेबसाइट के यूआरएल से पहले ताला बना होता है उन साइट पर जाएं

– लाल रंग से ताले के निशान कटे होने वाली वेबसाइट को खोलने से बचें

– फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले उसकी पूरी तरह से जांच कर लें

1 से 7 मार्च 2024 तक साइबर अपराध के 10 मुकदमों में 24 आरोपी गिरफ्तार, आरोपियो से 10,45,500 रुपए कराए बरामद

03 केस साइबर एनआईटी, 04 साइबर बल्लबगढ़ तथा 03 मामले साइबर एनआईटी ने सुलझाए

इस सप्ताह में साइबर पुलिस ने 113 शिकायतों का निस्तारण करते हुए 92,750 रुपए रिफंड व 557418 रुपए बैंक खातों में सीज कराए गए।

यदि कोई भी संस्था साईबर जागरूकता से सम्बंधित प्रोग्राम/प्रशिक्षण करवाना चाहता है तो मोबाईल नम्बर 9991252353 पर सम्पर्क करें (सहायक पुलिस आयुक्त साईबर, फरीदाबाद)

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