Faridabad NCR
रामनवमी के उपलक्ष्य में श्री महावीर मंदिर सेवा समिति ट्रस्ट द्वारा हवन-यज्ञ एवं विशाल भंडारे का आयोजन किया
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 17 अप्रैल। पावन रामनवमी पर्व के उपलक्ष्य में आज ओल्ड फरीदाबाद के महावीर नगर स्थित श्री महावीर मंदिर में श्री महावीर मंदिर सेवा समिति ट्रस्ट द्वारा हवन-यज्ञ एवं विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में आरडब्ल्यूए महावीर नगर व समस्त निवासियों का सक्रिय योगदान रहा। इस मौके पर मुख्यातिथि के रूप में फरीदाबाद शहर के विधायक नरेंद्र गुप्ता ने हवन यज्ञ में आहुतियां डालीं। ट्रस्ट की ओर से सेवादार सुनील कुमार व टोनी पहलवान ने सभी अतिथियों का पटका पहनाकर पारंपरिक तरीके से स्वागत सत्कार किया। समारोह में वरिष्ठ अतिथि राजकुमार वोहरा जिला अध्यक्ष भाजपा, संतोष पंडित, राजीव शास्त्री, सुनील कुमार शर्मा, सतपाल चौधरी, धर्मवीर चौधरी, धीरज वधवा, चरण सिंह सैनी, पिंटू सैनी, टीटू मटकेवाला, सोनू शर्मा, केडी शर्मा किशन शर्मा रमेश चौधरी, चंदर दुग्गल, प्रेमवीर सिंह, अजय दुग्गल, बोधराज, किशोर तनेजा एवं शहर के अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। इस मौके पर भक्तगणों ने भगवान श्रीराम के जयकारों से पूरा वातावरण राममय बना दिया।
इस अवसर पर मुख्यातिथि नरेंद्र गुप्ता ने कहा कि चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था इसीलिए आज के दिन भगवान राम के जन्मोत्सव को पूरे देश में बड़ी धूमधाम से ‘रामनवमी’ के त्योहार के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि इस दिन प्रभु श्रीराम की पूजा करने से जीवन के सभी दुख और संकट दूर हो जाते हैं और प्रभु श्री राम भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं।
नरेंद्र गुप्ता ने कहा कि यह पहली रामनवमी है, जब अयोध्या के भव्य और दिव्य राम मंदिर में हमारे राम लला विराजमान हो चुके हैं। रामनवमी के इस उत्सव में आज अयोध्या एक अप्रतिम आनंद में है। पांच शताब्दियों की प्रतीक्षा के बाद आज हमें ये रामनवमी अयोध्या में इस तरह मनाने का सौभाग्य मिला है। यह देशवासियों की इतने वर्षों की कठिन तपस्या, त्याग और बलिदान का सुफल है। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम भारतीय जनमानस के रोम-रोम में रचे-बसे हैं, अंतर्मन में समाहित हैं। भव्य राम मंदिर की प्रथम रामनवमी का यह अवसर उन असंख्य राम भक्तों और संत-महात्माओं को स्मरण और नमन करने का भी है, जिन्होंने अपना पूरा जीवन राम मंदिर के निर्माण के लिए समर्पित कर दिया। यज्ञ में सभी ये आहुतियां देकर अपने भगवान श्रीराम की आराधना की व यज्ञ समापन उपरांत सभी ने प्रसाद ग्रहण किया।