Nuh Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : बेहद सरल, सहनशील व निर्मल स्वभाव के 21 वीं सदी के भारत की तस्वीर बनाने वाले, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 29 वीं शहीदी दिवस पर देश उन्हें सलाम कर रहा है क्योंंकि ये ही वो सख्श था जिन्होंने भारत की तस्वीर को बदलने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई, खासकर तकनीक व विज्ञान के क्षेत्र में। आज की 21 वीं सदी के निर्माता थे राजीव गांधी, जिनके सपनों में आधुनिक भारत तो बसता था है साथ साथ ग्रामीण भारत भी दिल में धड़कता था।
हर वर्ग की जरूरत को पहचानते थे राजीव गांधी, चाहे युवा हों, महिला हो, किसान हो, गरीब हो, मजदूर हो, गांव हो, शहर हो सबकी फिक्र रखते थे।
देश के आधुनिकरण के लिए राजीव गांधी ने भारत में सूचना क्रांति की शुरुवात की आज हर हाथ में फोन राजीव गांधी की ही देन है। राजीव गांधी ने ही देश के कंप्यूटराइजेशन और टेलीकम्युनिकेशन क्रांति को अंजाम दिया। हालांकि विपक्षी दलों ने उस वक़्त कंप्यूटर का भारी विरोध किया था जो आज गलत साबित हुआ है।
राजीव गांधी ने महिला शसक्तीकरण का
सबसे बड़ा उदहारण पेश किया था, उन्होंने स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं में महिलाओं को 33% रिजर्वेशन देने का काम किया था जिन्होंने महिलाओं को ताकत देने का काम किया।
देश के युवाओं के लिए राजीव गांधी ने वो ताकत दी जिससे वो अपनी सरकार चुनें और 18 वर्ष के युवाओं को चुनाव में वोट देने का अधिकार देने का काम किया।
गांवों को विकास के रास्ते पर चलाने के लिए पंचायती राज कायम किया ताकि असली भारत विकसित हो, गांव विकसित हो, गांवों के लोग विकसित हों।
राजीव गांधी ने शिक्षा के क्षेत्र में भी बड़े बड़े काम किए, ये राजीव गांधी ही थे जिन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति दी,
जिन्होंने देश के हर जिले में नवोदय विद्यालय देने का काम किया था, विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए साइंस एंड टेक्नोलॉजी के लिए अलग से बजट देने की शुरुवात पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने की थी।
भारत को शक्ति संपन्न करने के लिए भारत के परमाणु कार्यक्रम को उन्होंने रफ्तार देने का काम किया था।
राजीव गांधी ने ही भारत को बीएसएनएल- एमटीएनएल देने का काम किया था, हालाकि आज की सरकार की नाकामी के वजह से बीएसएनएल- एमटीएनएल तबाह कर दी गई हैं।
राजीव गांधी ने विदेशों में भी खूब सम्मान पाया भी और देश को दिलाया भी, उस वक़्त अमेरिका जैसे शक्ति शाली देश के राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन भी राजीव गांधी के लिए बहुत सम्मान रखते थे एक बार तो अमेरिक दिग्गज राष्ट्रपति राजीव गांधी के लिए छाता उठा कर गाड़ी तक छोड़ने आ गए थे।
भारत को उन्होंने खूब विकास दिया लेकिन उससे भी बढ़कर अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान भी दिया। देश हमेशा उनका एहसानमंद रहेगा और याद करेगा कि ऐसे भी प्रधानमंत्री रहे हैं जो लफ्फाजी नहीं सिर्फ जनता का विकास करते थे।
(ये लेख हरियाणा कांग्रेस विधायक दल के उप नेता व नूह विधायक चौधरी आफताब अहमद ने लिखा है)