Faridabad NCR
एक लोटा जल सभी समस्याओं का हल : प्रदीप मिश्रा
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : कुबेरेश्वर धाम के विश्व विख्यात पंडित प्रदीप मिश्रा पंडित मिश्रा की स्कन्देश्वर श्री शिवमहापुराण कथा सुनने वालों की भीड़ बढ़ती जा रही है। यातायात सुविधा न होने के बाद भी भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ। बृहस्पतिवार को कथा चौथे दिन पंडाल के बाहर भी भक्तों की भीड़ थी। शिव भक्त अपने साथ खाद्य सामग्री लेकर सुबह नौ बजे से ही पंडाल में पहुंचने ताकि उनको ठीक से बैठने की स्थान मिल सके वहीं बुर्जुग महिलाएं अपने साथ बैठने के साथ पहुंची। वहीं आसपास के ग्रामीण पैदल ही कथा के लिए पहुंचे रहे है। कथा का आयोजन सेक्टर-66 फायर बिग्रेड कार्यालय के समक्ष आईएमटी में प्रवीण पाराशर व हेमलता पाराशर द्वारा कराया जा रहा है। कार्यक्रम में पहुुंचने पर हरियाणा सरकार में खाद्य एवं आपूर्ति राज्यमंत्री राजेश नागर, निर्वतमान मेयर सुमन बाला, एनआईटी से विधायक सतीश फागना, गुरुग्राम से मुकेश पहलवान के अलावा अन्य अतिथियों का पंडाल पर पहुंचने पर स्वागत किया गया।
कथा सुनाते हुए कुबेरेश्वर धाम के विश्व विख्यात पंडित प्रदीप मिश्रा पंडित मिश्रा ने शिवमहापुराण का रसपान कराते हुए शिव भक्तों से कहा कि, सबसे पहले अपने दिमाग में एक बात को बैठा लो कि भगवान को पाना हो या संसार में अपना नाम कमाना हो तो इन सब में अपना कर्म को सबसे पहले रखें। ऐसा नहीं है की आप दूकान में ताला लगा कर कथा में आ कर बैठ गए तो आपको सोने के अंडे मिल जाएंगे। शिवजी कहते है कि अपना कर्म सबसे पहले रखिए, अपने मेहनत को चार गुना बढ़ाओ तभी आगे बढ़ पाओगे। शिव महापुराण की कथा ये नहीं कहती की सिर्फ मंदिर में बैठ जाओ और अपना काम धाम छोड़ दो। मैंने पहले भी कसी कथा में ऐसा नहीं कहा कि मंदिर में जाकर 2-4 घंटे बैठो। उन्होंने आगे कहा कि,कुछ कर्म आपकी बाकी कृपा भोलेनाथ की। उक्क्त बातें कुबेरेश्वर धाम के विश्व विख्यात पंडित प्रदीप मिश्रा ने शिव महापुराणा में शिवभक्तों से कहीं।
वहीं के दौरान पंडित व प्रदीप मिश्रा ने एक लोटा जल का महत्व बताते हुए कहा कि शिव भक्त के द्वारा शिवलिंग पर चढ़ाया हुआ एक लोटा जल अगर आप भाव और प्रेम के साथ सर्मपण भाव रखते हो तो वह जल शिव तक जरुर पहुंचेगा और आप मनोकामना पूर्ण होगी। उन्होंने भक्तों से कहा कि भगवान के रास्ते पर आपको परेशानी आएंगी चाहे लोग कुछ भी बोले लेकिन आपको एक लोटा जल से बंद नहीं करना है निरंतर नम शिवाय, ओम नम शिवाय व श्री शिवाय नमस्तुभ्म का जाप और अपनी मेहतन को चार गुण करते हुए लक्ष्य की तरफ बढ़ते चलना है। वहीं कथा में कथा वाचन पंडित प्रदीप मिश्रा ने मन को शुद्व को लेकर कहा कि मन किसी से साफ नहां हो सकता अगर मन को साफ करा है तो निरंतर भगवान शिव का नाम जप करते रहे ताकि मन शुद्व हो जाएं। वहीं उन्होंने शिवभक्तों को भगवान कुन्केश्वर और पिपलेश्वर की पूजा का महत्व भी बताया।