Faridabad NCR
स्पेशल अचीवर्स चैरिटेबल ट्रस्ट ने 78 दिव्यांगों को बांटी व्हीलचेयर एवं हियरिंग मशीन
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : स्पेशल अचीवर्स चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा दिव्यांग लोगों के लिए पाली गांव स्थित कंपीटेंट इंडस्ट्रीज में नि:शुल्क शिविर लगाया गया, जिसमें दिव्यांगों को व्हीलचेयर वितरित की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत संघचालक प्रताप जी ने दीप प्रज्जवलित कर शुरुआत की। इससे पूर्व सभी ने मिलकर पौधारोपण किया। शिविर में 52 लोगों को ट्राई साइकिल एवं 26 लोगों को कान की मशीन दी गई।
इस मौके पर स्पेशल अचीवर्स चैरिटेबल ट्रस्ट की चेयरपर्सन माधवी हंस, नेहा शालिनी दुआ, ट्रस्टी पंकज हंस, टेकचंद नन्द्राजोग (टोनी पहलवान), रोटरी क्लब फरीदाबाद के अध्यक्ष वीरेन्द्र मेहता, आशीष कालरा, चुन्नीलाल चोपड़ा, दिनेश छाबड़ा, हरेन्द्र भड़ाना जिला पार्षद, ब्लॉक चेयरमैन राजबीर भड़ाना, सरपंच गौरव भड़ाना, प्रमोद भड़ाना, केसर सिंह मावी आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे। जबकि मंच संचालन ब्रजमोहन भारद्वाज ने किया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि प्रताप जी ने स्पेशल अचीवर्स चैरिटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा दिव्यांग लोगों की सहायता और उनको प्रेरित करने के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि दिव्यांग लोग समाज का अहम हिस्सा है और स्पेशल अचीवर्स चैरिटेबल ट्रस्ट इनको हौसला देने का काम कर रही है। दिव्यांगजनों के लिए व्हीलचेयर उपलब्ध कराना, उनके लिए खेल आयोजित करने सहित तमाम प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, ताकि दिव्यांगजन बुलंदियों की ऊंचाईयों को छू सकें और समाज की मुख्यधारा से जुडक़र अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर पाएं।
संस्था की चेयरपर्सन माधवी हंस ने आए हुए लोगों की हौसलाफजाई की और कहा कि आज दिव्यांग किसी भी तरह से कमजोर नहीं है। पैरालंपिक से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल सहित समाज की सेवा करने में अपना सहयोग अदा कर रहे हैं। स्पेशल अचीवर्स चैरिटेबल ट्रस्ट का उद्देश्य इनके बीच रहकर इनको मजबूती प्रदान करना है, ताकि आम लोगों के साथ रहकर ये लोग अपने जीवन स्तर को बेहतर बना सकें। उन्होंने कार्यक्रम में शिरकत करने वाले लोगों का अभिवादन किया।
संस्था के ट्रस्टी पंकज हंस एवं टोनी पहलवान ने कहा कि दिव्यांगजन समाज का अभिन्न अंग है, हमें इनकी हर संभव मदद करनी चाहिए, ताकि इनके चेहरों पर मुस्कान लाई जा सके। उन्होंने आए हुए अतिथियों, पार्षदगण एवं सरपंचों का शॉल पहनाकर स्वागत किया।