Faridabad NCR
टेलिग्राम टास्क में 10 लाख रुपए का साइबर फ्रॉड करने के मामले में 2 आरोपियो को साइबर थाना बल्लबगढ़ की टीम ने जोधपुर राजस्थान से किया गिरफ्तार
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार गुप्ता के द्वारा साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए साइबर ठगी के मामलों में शामिल आरोपियों की धर-पकड़ के दिए गए दिशा-निर्देश के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए साइबर अपराध थाना बल्लबगढ़ की टीम ने टेलिग्राम टास्क में ठगी करने के मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
जिसका मामला थाना साइबर अपराध बल्लबगढ़ में दर्ज किया गया था। मामले में कार्रवाई करते हुए साइबर पुलिस SI पवन, ASI श्योराज, HC भूपेन्द्र, मंजीत व सिपाही सागर, बलकेश की टीम ने अर्जुन भार्गव और हर्षित सोड को जोधपुर राजस्थान से गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी जोधपुर राजस्थान के रहने वाले है।
मामले में चावला कॉलोनी के रहने वाले एक व्यक्ति ने साइबर ठगी की शिकायत दी थी, जिसमें उसने बताया कि 11 नवम्बर 2024 को उसके व्हाट्सएप नम्बर पर एक अनजान नम्बर से संपर्क हुआ। जिसने शिकायतकर्ता को गूगल पर होटल और स्टे हाउस के रिव्यू देने के लिए कहा। जिसके लिए उसको पैसे दिए जाएगे। ठगो के द्वारा शिकायतकर्ता को टेलीग्राम पर एक आईडी का लिंक भेजा। जो आगे कि प्रक्रिया ठग के द्वारा समझाने के बारे कहा। जिसके बाद शिकायतकर्ता को 900/-र विभिन्न ट्रांजैक्शन के माध्यम से प्राप्त हुए। फिर अगले दिन उसी प्रकार से रिव्यू के लिए 3650/-रु प्राप्त हुए फिर अगले दिन 13 जनवरी 2024 को 2400/-रु प्राप्त हुए।
जिसके बाद ठगों ने कहा कि अगर आप रिव्यू लगातार जारी रखना चहाते है तो वेलफेयर टास्क करना होगा जिसके लिए आपको और अधिक पैसे दिए जाएगे। जिसके बाद ठगो के द्वारा एक अन्य टेलिग्राम आईडी से संपर्क किया गया और शिकायतकर्ता को वेलफेयर टास्क में पैसे लगाने को कहा। ठगों ने कहा कि पैसे को Crypto Currency में लगाकर मोटा प्रॉफिट मिलेगा, इस प्रकार शिकायतकर्ता ने 10,79,000 रुपये लगा दिए, जब शिकायतकर्ता ने 5,00,000/-रु निकालने चाहे तो प्लेटफॉर्म को फ्रीज़ कर दिया। शिकायतकर्ता को मालूम हुआ किसके साथ साइबर फ्रॉड हो गया है, जिस पर उसकी शिकायत थाना साइबर क्राइम बल्लबगढ़ में मामला दर्ज किया गया।
साइबर पुलिस टीम ने आरोपी अर्जुन से पता चला की उसने अपना बैंक खाता 10000/-रु में आरोपी हर्षित को बेच दिया था। जिसके खाते में फ्रॉड के 5,60,000/-रु आए थे। आरोपी हर्षित ने बैंक खाते को आगे 20000 /-रु में बेच दिया था। दोनों आरोपी दोस्त है। प्राइवेट नौकरी करते है। आरोपी अर्जुन को पूछताछ के बाद जेल भेजा जा चुका है। आरोपी हर्षित को मामले में पूछताछ के लिए 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।